बिना चीरे की सर्जरी को मिलेगा बढ़ावा : डॉ. मुक्ता अग्रवाल

फुलवारी शरीफ। आईएजीई के बिहार चैप्टर की सचिव डॉ. मुक्ता अग्रवाल ने बिहार में की होल सर्जरी यानी बिना चीर की सर्जरी को बढ़ावा देने के लिए इंडियन एसोसिएशन आफ गाइनेकोलॉजिकल एंडोस्कोपिस्टस (आईएजीई) के बिहार चैप्टर के चिकित्सक सदस्यों के साथ चर्चा की। एम्स पटना की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मुक्ता अग्रवाल ने बताया कि बिना चीरे वाले आपरेशन से मरीजों को सहजता के साथ इलाज हो जाता है। इसमें चिकित्सकों को भी कम समय में मरीजों को स्वस्थ्य कराने का समय मिलता है। साथ ही मरीज को खून चढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ती। मरीज को सर्जरी के बाद अस्पताल में कम समय के लिए रुकना पड़ता है, जिससे इलाज का खर्च भी कम हो जाता है। डॉ. मुक्ता हाल ही में आईएजीई बिहार चैप्टर की सचिव बनी हैं।
डॉ. मुक्ता अग्रवाल ने बताया कि इसके तहत बड़ी संख्या में बिहार के स्त्री रोग विशेषज्ञों को बिना चीरे वाले सर्जरी का प्रशिक्षण दिया जाना आसान हो गया है। ऐसे प्रशिक्षित चिकित्सकों को मरीजों के इलाज में काफी कुछ सीखने को भी मिलेगा। साथ ही साथ इसका सीधा फायदा मरीजों को होगा। उन्हें यूट्रस रिमूवल फाइवायड एक्टॉपिक पे्रग्नेंसी इनफर्टिलिटी इत्यादि के इलाज के लिए बिना चीर के इलाज की सुविधा आसानी से मिल सकेगी। मरीजों का अस्पताल में लंबे समय तक रुकने की जरूरत नहीं होगी, दर्द कम होगा और आपरेशन के बाद हर्निया बनने की आशंका कम होगी। एम्स पटना में यह सुविधा काफी पहले से ही उपलध हैं। आईएजीई बिहार चैप्टर से जुड़कर दूसरे चिकित्सकों को काफी फायदा पहुंचेगा, जिससे मरीजों को भी इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
इस चर्चा में आयोजित वेबिनार में आईएजीई के प्रेसीडेंट डॉ. कृष्ण कुमार, बिहार चैप्टर अध्यक्ष डॉ. अनिता सिंह के अलावा कई जाने-माने स्त्री रोग विशेषज्ञों डॉ. पड़ित पलस्कर, डॉ. अरुण यरूआ, डॉ. पूजा मिश्रा चौधरी, डॉ. पूनम लाल, डॉ. सुप्रिया जायसवाल समेत अन्य चिकित्सकों ने हिस्सा लिया।

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