November 15, 2025

लखीसराय में पत्नी व भाई ने अवैध संबंधों को लेकर करवाई थी सुरेंद्र की हत्या, 1.61 लाख की दी थी सुपारी

लखीसराय । जिले के हलसी थाना क्षेत्र के गौरा गांव में कुछ दिनों पहले हुई हत्या का पर्दाफाश हो चुका है। बता दें कि गौरा गांव में 15 अगस्त को सुरेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या की गई थी।

इसके बाद पुलिस अपराधियों तक पहुंचने के लिए हर हथकंडे अपनाए। आखिर में जाकर अपराधियों को दबोचने में पुलिस को सफलता मिल ही गई।

हत्याकांड की साजिश सुरेंद्र यादव की पत्नी गुलफुल देवी व उसके देवर रविन्द्र यादव ने ही रची और उसे अंजाम तक भी पहुंचाया। जिसे कुछ और ही बता दिया गया, ताकि पुलिस कभी भी मामले को सुलझा न सके।

हलसी थानाध्यक्ष अवधेश कुमार की सूझबूझ ने हत्या के असली आरोपितों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। महज एक सप्ताह के अंदर ही आरोपितों को बेपर्दा कर हिरासत में ले लिया गया।

इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गौरा गांव में 15 अगस्त रविवार को हुए सुरेंद्र यादव हत्याकांड में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने कहा कि सुरेंद्र यादव की पत्नी गुलफूल देवी का अपने देवर रविन्द्र के साथ लगभग 10 सालों से अवैध संबंध था, जिसमें बाधा बने पति की हत्या के लिए 1.61 लाख की सुपारी दे दी। जिसको शूटर ने अंजाम दिया।

वहीं पुलिस को उलझाने के लिए सुरेंद्र की पत्नी और भाई ने एक कहानी बनाई। दुश्मनी निकालने के लिए कई को नामजद कर हलसी थाने में एफआईआर करा दी। जिसे खंगालने के लिए एक टीम का गठन किया गया।

इसमें हलसी थानाध्यक्ष अवधेश कुमार,रामगढ़ चौक थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, मलयपुर थानाध्यक्ष विजय कुमार, तकनीकी शाखा जमुई राजवर्धन तथा डीईआईयू लखीसराय ने मामले में संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार किया।

इनमें जमुई जिले के कोली मलयपुर देवाचक से साधु मिस्त्री के बेटे सुनील कुमार मिस्त्री उर्फ कंप्यूटर, बहछा से एतवारी ढाढ़ी के बेटे रुदल ढाढ़ी को गिरफ़्तार किया।

इसके बयान पर साजिशकर्ता सुरेंद्र की पत्नी गु़लफुल देवी व भाई रविंदर यादव को भी गौरा गांव से दबोचा गया, जिसे न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।

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