रद्दी सामानों से सोनू की बनाई कलाकृतियों को देख दंग रह जाएंगे आप, डिस्ट्रिक जज धीरज कुमार भी हैं इसकी प्रतिभा के मुरीद

खुसरूपुर(पटना)। कुर्था के सोनू कुमार ने रद्दी सामानों से बेहतरीन कलाकारी की जानकारी मिलने पर सबसे पहले डिस्ट्रिक जज धीरज कुमार ने इस बच्चे को मदद का भरोसा दिया था।

कहा था गांव आने के बाद हमसे जो बन पड़ेगा हम इस बच्चे के लिए मदद जरूर करेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि इस बच्चे में कला की अदभुत प्रतिभा है। बताते चलें कि यह बच्चा रद्दी सामानों से इतनी अच्छी व खूबसूरत आकृति बना लेता है जिसे देखने के बाद हर कोई मुरीद हो जाता है, डिस्ट्रिक जज भी इस बच्चे का मुरीद हो चुके हैं।
वहीं दूसरी तरफ इस बच्चे के मदद को लेकर रविवार को खुसरूपुर नपं वार्ड एक कि पार्षद रंजू सिंह ने हरदासविघा पंचायत के कुर्था के रघुबीर चौधरी के बेटे सोनू कुमार के घर जाकर पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद की।
साथ ही उन्होंने कहा कि इस बच्चे की पढ़ाई के लिए भी हर महीने हम 500 रुपये से भी सहायता करेंगे। पार्षद रंजू सिंह ने कहा कि इस बच्चे में गजब की प्रतिभा है जो काबिले तारीफ है।
अगर इस बच्चे को आर्थिक रूप से और मदद मिले तो यह बच्चा आने वाले समय में अपने गांव, समाज, राज्य सहित देश का भी नाम रौशन एक दिन जरूर करेगा। गौरतलब है कि पार्षद रंजू सिंह लॉक डाउन के दौरान भी सैंकड़ो गरीब गुरबे असहाय व मजबूर लोगों की आर्थिक व खाद्यान्न समाग्री से मदद की।
साथ ही कई बीमार लोगों को अपने खर्च पे इलाज व दवा की व्यवस्था की। जो आज भी नपं के लोगों में पार्षद रंजू सिंह के कार्य की सराहना व प्रशंसा करते थकते नहीं हैं। लोगों ने कहा रंजू सिंह वाकई गरीबों के लिए फरिश्ते के समान हैं।
सोनू को मदद मिलने के बाद परिवार व गांव के लोगों में खुशी का माहौल है। सोनू के माता-पिता ने माता-पिता ने जिला जज धीरज कुमार व पार्षद रंजू सिंह सहित सभी प्रशंसकों को तहेदिल से आभार जताया है।
सोनू के पिता फतुहा के एक सोयाबीन फैक्ट्री में दैनिक मजदूरी करते हैं जहां उन्हें मजदूरी के रूप में महज तीन सौ रुपये रोज के हिसाब से मिलते हैं। लेकिन महीने में यहां काम 20 दिन ही मिल पाता है और इसी कमाई से सोनू के पिता अपने पांच परिवार का खर्च चलाते हैं।
इस परिवार के लोगों के लिए अच्छे कपड़े पहनना व अच्छे पकवान खाना ईद के चांद के के जैसा ही है। सोनू के पिता आज भी गरीबी व बदहाली में अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं।
इस परिवार का किस्मत का सितारा व तकदीर का मुक्कदर कब बुलंदी के सातवें आसमान पर पहुंचेगा यह तो आसमां के उस खुदा को भी नहीं पता। लेकिन इतना तो कहा ही जा सकता है कि जिस तरह से सोनू के आर्किटेक्ट हुनर में दिनों दिन निखार आ रहा है उसे देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि सोनू का सितारा एक दिन सातवें आसमान पर जरूर चमकेगा।
कलाकार सोनू ने बताया कि हम अपने गुरु कार्टूनिस्ट अमरेंद्र (फतुहा) के आभारी हैं जिन्होंने मुझे इस काबिल बनाया। हर कदम पर साथ दिया और खसरूपुर के पत्रकार नवीन कुमार सर का भी बहुत बहुत आभार व्यक्त जताते हैं जिन्होंने हमें पहचान दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभाई।