केंद्रीय विद्यालयों में एनिमेटेड कंटेंट से होगी पढ़ाई, पटना में शिक्षकों को मिली विशेष ट्रेनिंग
पटना। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूलों में शिक्षा को अधिक प्रभावी और आकर्षक बनाने के उद्देश्य से एनिमेटेड कंटेंट का उपयोग किया जाएगा। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए एनसीईआरटी के दिशा-निर्देशों पर केंद्रीय विद्यालय संगठन, पटना द्वारा एक विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में केंद्रीय विद्यालय, कंकड़बाग के शिक्षकों को एनिमेटेड कंटेंट तैयार करने की ट्रेनिंग दी गई। नई शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य छात्रों को ज्ञान की गहराई में जाकर विषयों को समझने के लिए प्रेरित करना है। इसके तहत डिजिटल फार्मूले का इस्तेमाल करके शिक्षकों को ई-कंटेंट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य यह है कि बच्चों को हर चैप्टर के महत्वपूर्ण बिंदुओं को समझाने के लिए एनिमेशन और डिजिटल टूल्स का उपयोग किया जा सके। केंद्रीय विद्यालय, कंकड़बाग के प्रिंसिपल पी के सिंह ने बताया कि एनसीईआरटी ने शिक्षकों को विशेष रूप से इस कार्य के लिए प्रशिक्षित किया है, ताकि वे पाठ्यक्रम के अनुसार प्रभावी और समझने में आसान एनिमेटेड कंटेंट बना सकें। उन्होंने कहा कि यह पहल छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद होगी, क्योंकि डिजिटल माध्यम से पढ़ाई उन्हें और अधिक आकर्षित करेगी और वे विषयों को आसानी से समझ पाएंगे। पटना में आयोजित इस वर्कशॉप में शिक्षकों को इंटरएक्टिव बोर्ड, इंटरनेट कनेक्टिविटी, प्रोजेक्टर, ई-लाइब्रेरी, और कंप्यूटर लैब के उपयोग की जानकारी दी गई। इस ट्रेनिंग का उद्देश्य यह था कि शिक्षक अपने छात्रों को डिजिटल माध्यम से बेहतर और प्रभावी तरीके से शिक्षा प्रदान कर सकें। वर्कशॉप के दौरान, शिक्षकों को यह सिखाया गया कि किस प्रकार से वे हर एक चैप्टर का एनिमेटेड कंटेंट तैयार कर सकते हैं और उसे कक्षा में प्रस्तुत कर सकते हैं। डिजिटल शिक्षा के महत्व को समझाते हुए, प्रिंसिपल पी के सिंह ने कहा कि आज के समय में छात्रों के लिए पारंपरिक शिक्षण विधियों के साथ-साथ डिजिटल टूल्स का उपयोग भी अत्यंत आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि यह न केवल छात्रों की समझ को बेहतर बनाएगा, बल्कि उनकी सीखने की क्षमता को भी बढ़ावा देगा। एनिमेटेड कंटेंट से पढ़ाई के दौरान बच्चे न केवल विषयों को समझेंगे, बल्कि वे उन्हें लंबे समय तक याद भी रख पाएंगे। एनिमेटेड कंटेंट के जरिए पढ़ाई करने से बच्चों में रुचि बढ़ेगी और वे विषयों को अधिक गहराई से समझ सकेंगे। यह तरीका बच्चों के लिए अधिक आकर्षक और रोचक होगा, जिससे वे सीखने में अधिक सक्रिय भागीदारी दिखाएंगे। इसके अलावा, एनिमेशन का उपयोग जटिल विषयों को सरल बनाने में मदद करेगा, जिससे बच्चों के लिए उन्हें समझना आसान हो जाएगा। केंद्रीय विद्यालयों में एनिमेटेड कंटेंट के उपयोग के साथ, शिक्षा का स्तर और अधिक प्रभावी होने की उम्मीद है। पटना में आयोजित इस विशेष ट्रेनिंग वर्कशॉप के जरिए शिक्षकों को आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग दी गई है, जो आने वाले समय में छात्रों के सीखने की प्रक्रिया को और भी सरल और रोचक बनाएगी। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत यह कदम निश्चित रूप से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करेगा और बच्चों को ज्ञान प्राप्त करने के नए और बेहतर तरीके प्रदान करेगा।


