बेगूसराय में अवैध संबंध में छात्र की हत्या, तीन बच्चों की मां के साथ था अफेयर, वारदात के बाद सभी आरोपी फरार
छात्र की फाइल फोटो
बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय जिले में अवैध संबंध के विवाद ने एक युवा छात्र की जान ले ली। बीए के छात्र 20 वर्षीय नंदन कुमार की हत्या भागलपुर में कर दी गई। नंदन पिछले आठ दिनों से लापता था और उसकी लाश प्रेमिका के ससुराल से करीब 500 मीटर दूर एक खेत में मिली। यह घटना न केवल दिल दहला देने वाली है, बल्कि यह दिखाती है कि व्यक्तिगत रिश्तों से उपजे विवाद किस तरह हिंसा और अपराध का रूप ले सकते हैं।
लापता होने से लेकर लाश मिलने तक की घटनाएं
नंदन 27 नवंबर की सुबह करीब 8 बजे से लापता था। परिवार वालों ने शुरू में सोचा कि वह अपने दोस्त राजा के साथ होगा, क्योंकि दोनों बचपन के साथी थे। लेकिन जब नंदन का फोन बंद हो गया और वह दो दिन तक घर नहीं लौटा, तब उसके परिवार ने 29 नवंबर को बलिया थाना में गुमशुदगी दर्ज कराई। 8 दिन बाद उसकी लाश नारायणपुर के चौफेला बहियार स्थित खेत में मिली। स्थानीय किसानों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस और परिजन मौके पर पहुंचे और शव की पहचान नंदन के रूप में हुई।
प्रेम संबंध बना हत्या की वजह
नंदन का अफेयर अपने ही बचपन के दोस्त राजा की बड़ी बहन से चल रहा था, जो तीन बच्चों की मां है। यह रिश्ता लंबे समय से चल रहा था और विवाह के बाद भी नंदन अक्सर 80 किलोमीटर दूर भागलपुर जाकर उससे मिलता था। कुछ दिनों पहले महिला के ससुरालवालों को इस संबंध पर शक हुआ। पूछताछ में महिला ने नंदन के साथ अपने संबंध स्वीकार कर लिए। इसके बाद राजा और उसके परिवार वालों ने नाराज होकर महिला के ससुराल और मायके वालों के साथ मिलकर नंदन की हत्या की साजिश रच डाली।
हत्या की रात क्या हुआ?
26 नवंबर की रात राजा और नंदन गांव के मंदिर पर देर शाम तक साथ बैठे रहे। राजा ने नंदन को जरा भी एहसास नहीं होने दिया कि वह उसके खिलाफ कुछ साजिश कर रहा है। इसके अगले दिन सुबह राजा ने नंदन से कहा कि उसकी बहन के बच्चे का जन्मदिन है और वे साथ चलकर उसे मनाएँगे। नंदन ने जल्दी-जल्दी खाना खाया और राजा तथा तीन अन्य युवकों के साथ निकल पड़ा। इसके बाद वह कभी घर नहीं लौटा। उसी रात उसकी हत्या कर दी गई और लाश खेत में फेंक दी गई।
शव की हालत और हत्या की बर्बरता
नंदन के शव की स्थिति देखकर स्पष्ट हो गया कि उसकी हत्या अत्यंत क्रूरता से की गई थी। उसके दोनों हाथ और पैर तोड़े गए थे। रस्सी से बांधकर कंधे से लटकाया गया था। शरीर और आंख पर चाकू के कई वार थे। उसके शरीर से कपड़े गायब थे, केवल अंडरवियर बचा था। नंदन हमेशा अपने गले में सोने की चेन पहनता था, जो घटना स्थल से गायब मिली, जबकि रुद्राक्ष की माला उसके गले में ही थी। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि हत्या के बाद चोरी का प्रयास भी किया गया।
परिजनों का सदमा और गांव में आक्रोश
नंदन की लाश मिलने के बाद पूरे गांव में मातम छा गया। अंतिम संस्कार सहेबपुर कमाल के मल्हीपुर-मुंगेर गंगा घाट पर किया गया। नंदन के माता-पिता की हालत इतनी खराब थी कि वे बोलने की स्थिति में भी नहीं थे। गांववालों में भारी आक्रोश है। सभी आरोपी और उनका परिवार गांव छोड़कर फरार हो चुका है।
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
बलिया थाना पुलिस ने गुमशुदगी का केस पहले ही दर्ज कर लिया था। नंदन के मोबाइल की अंतिम लोकेशन भवानीपुर पाई गई, जिसके आधार पर भागलपुर पुलिस से संपर्क किया गया। शव मिलने के बाद अब हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा और आरोपी परिवार की तलाश जारी है। पुलिस को आशंका है कि हत्या की योजना बहुत सोच-समझकर बनाई गई थी और इसमें कई लोग शामिल थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से हत्या की सटीक वजह व समय की पुष्टि होगी। यह घटना रिश्तों में पैदा हुए अविश्वास, गुस्से और बदले की मानसिकता का भयावह उदाहरण है। एक प्रेम संबंध जिसने दो परिवारों को जोड़ने के बजाय उन्हें हिंसा की राह पर धकेल दिया। नंदन की हत्या ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है और अब गांववाले न्याय की मांग कर रहे हैं।


