पटना के एनआईटी घाट पर 12 वर्षीय छात्र डूबा, दर्दनाक मौत

पटना। पटना शहर से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई। शुक्रवार देर रात एनआईटी घाट पर नहाने के दौरान 12 वर्षीय छात्र शुभम कुमार की गंगा में डूबने से मौत हो गई। शुभम पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र के लंगरटोली इलाके का रहने वाला था। वह एक निजी स्कूल में सातवीं कक्षा का छात्र था और दो भाइयों में सबसे छोटा था। उसके पिता संतोष प्रसाद इलाके में एक मेस चलाते हैं। परिजनों ने बताया कि शुभम रोज की तरह शुक्रवार को भी घर से ‘किलकारी’ नामक कोचिंग क्लास के लिए निकला था। लेकिन क्लास के बाद वह अपने तीन दोस्तों के साथ एनआईटी घाट चला गया। वहां चारों बच्चे गंगा नदी में नहाने लगे। इसी दौरान शुभम गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। घटना के दौरान शुभम के तीनों दोस्त डर के मारे नदी से बाहर निकलकर भाग गए। स्थानीय लोगों ने जब एक बच्चे को डूबते देखा तो उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने रातभर की मशक्कत के बाद शुभम के शव को बाहर निकाला। शव को तुरंत पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जैसे ही शुभम की मौत की खबर परिजनों को मिली, पूरा परिवार सदमे में डूब गया। अस्पताल पहुंचते ही बेटे के शव को देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पीरबहोर थाने की पुलिस ने इस मामले में जानकारी दी कि शुभम की मौत नदी में डूबने से हुई है। थानेदार अब्दुल हलीम ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया था, लेकिन परिजनों ने पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया। इसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि एनआईटी घाट पर अक्सर बच्चे और युवा नहाने आते हैं, लेकिन घाट पर किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। न तो कोई चेतावनी बोर्ड है, न ही सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाती है। शुभम की मौत ने इस लापरवाही को उजागर कर दिया है और एक मासूम की जान चली गई। यह हादसा एक बार फिर से प्रशासन और परिजनों के लिए एक चेतावनी है कि गहरे पानी वाले इलाकों में बच्चों को अकेले जाने से रोका जाए और ऐसे संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। शुभम की असामयिक मौत ने पूरे मोहल्ले को गमगीन कर दिया है, और अब सिर्फ उसकी यादें ही शेष हैं।

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