बिहार में असामाजिक तत्वों का वंदे भारत ट्रेन पर पथराव, कोच का शीशा टूटा, बाल-बाल बचे यात्री

पटना। बिहार में एक बार फिर रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं जब वंदे भारत एक्सप्रेस पर असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। यह घटना सोनपुर रेल मंडल अंतर्गत बरौनी-कटिहार रेलखंड पर थानाबिहपुर स्टेशन के समीप हुई। इस घटना से ट्रेन के एक कोच की खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया, हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई।
घटना के समय का विवरण
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 22234, जो पटना से न्यू जलपाईगुड़ी जा रही थी, जैसे ही खगड़िया पार कर थानाबिहपुर के पास पहुंची, तभी किसी अज्ञात व्यक्ति ने बाहर से ट्रेन पर पत्थर फेंक दिया। यह पत्थर सीधे कोच संख्या ई-1 की खिड़की से टकराया और शीशा टूट गया। उस समय खिड़की के पास बैठे यात्री संजय कुमार, जो मोतिहारी के रहने वाले हैं, ने बताया कि पत्थर बहुत तेजी से आया था, लेकिन सौभाग्यवश कोई गंभीर हानि नहीं हुई।
कटिहार स्टेशन पर जाँच
जब ट्रेन कटिहार स्टेशन पहुंची, तब आरपीएफ के इंस्पेक्टर राकेश कुमार ने मौके पर जाकर स्थिति की जांच की और यात्रियों से बातचीत की। उन्होंने ट्रेन के संबंधित कोच का निरीक्षण किया, जहां खिड़की का शीशा टूटा पाया गया। आरपीएफ ने तत्काल मामले की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी और अपराधी की पहचान के लिए कार्यवाही शुरू कर दी गई।
रेलवे की प्रतिक्रिया और कार्रवाई
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी सरस्वती चंद्र ने पुष्टि की कि घटना की सूचना मिली है और सोनपुर मंडल के रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों को आरोपी की तलाश कर उसे गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है। रेलवे प्रशासन ने इसे गंभीर सुरक्षा चूक मानते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
यात्रियों में दहशत, सुरक्षा पर चिंता
इस घटना के बाद यात्रियों के मन में भय और असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है। वंदे भारत जैसी आधुनिक और तेज़गति से चलने वाली ट्रेनों पर पथराव की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। खासकर उन इलाकों में जहां से ट्रेनें खुले इलाकों से गुजरती हैं, वहां यह खतरा ज्यादा होता है।
सख्त कदमों की आवश्यकता
ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए रेलवे को और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। निगरानी कैमरों की संख्या बढ़ानी चाहिए, संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ानी चाहिए और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए। तभी यात्री सुरक्षित और निश्चिंत होकर यात्रा कर सकेंगे।
