December 31, 2025

मुजफ्फरपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव, खिड़कियों के शीशे टूटे, यात्रियों में मचा हड़कंप

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक गंभीर और चिंताजनक घटना सामने आई है, जिसने रेलवे सुरक्षा और सार्वजनिक जागरूकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गोरखपुर से पाटलिपुत्र जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 26502 पर कुछ किशोरों ने पथराव कर दिया। यह घटना मुजफ्फरपुर जंक्शन और कपरपुरा स्टेशन के बीच बारमतपुर इलाके के पास हुई। तेज रफ्तार और आधुनिक सुविधाओं से लैस वंदे भारत ट्रेन पर हुआ यह हमला न केवल यात्रियों के लिए भय का कारण बना, बल्कि किसी बड़े हादसे की आशंका भी पैदा कर दी।
पथराव की पूरी घटना
जानकारी के अनुसार, जब वंदे भारत एक्सप्रेस बारमतपुर के पास से गुजर रही थी, तभी रेलवे ट्रैक के किनारे खेल रहे कुछ किशोरों ने अचानक ट्रेन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस पथराव में ट्रेन के तीन कोच प्रभावित हुए। सी-7, सी-4 और ई-1 कोच की खिड़कियों के शीशे टूट गए। जिस समय पत्थरबाजी हुई, उस वक्त खिड़कियों के पास यात्री बैठे हुए थे। अचानक शीशा टूटने की आवाज से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई और कुछ देर के लिए दहशत का माहौल बन गया।
यात्रियों की सुरक्षा और राहत
हालांकि इस घटना में राहत की बात यह रही कि किसी भी यात्री को चोट नहीं आई। खिड़कियों के शीशे टूटने के बावजूद कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ। ट्रेन के अंदर मौजूद यात्रियों ने बताया कि तेज आवाज और कांच टूटने से वे घबरा गए थे, लेकिन रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत उन्हें संभाला और स्थिति को नियंत्रित किया। इसके बाद ट्रेन सुरक्षित रूप से मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंची, जहां क्षतिग्रस्त खिड़कियों की मरम्मत कराई गई।
रेलवे सुरक्षा बल की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी। 26502 वंदे भारत एक्सप्रेस के मार्गरक्षण दल के प्रधान आरक्षी नीरज कुमार ने आरपीएफ को इस घटना की जानकारी दी। सूचना के आधार पर आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार, दारोगा गोकुलेश पाठक और प्रधान आरक्षी भूपेंद्र कुमार तिवारी की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। जांच के दौरान रेलवे ट्रैक के किनारे तीन किशोर पाए गए, जिनकी उम्र 12 से 15 वर्ष के बीच बताई गई।
सीसीटीवी फुटेज से पहचान
रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की। फुटेज में पथराव की घटना और उसमें शामिल किशोरों की गतिविधियां स्पष्ट दिखाई दीं। फुटेज का मिलान करने के बाद तीनों किशोरों की पहचान की गई और उन्हें हिरासत में लेकर आरपीएफ पोस्ट लाया गया। इसके बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत उन्हें किशोर न्याय बोर्ड, मुजफ्फरपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
कानूनी कार्रवाई और चेतावनी
आरपीएफ ने बताया कि वंदे भारत जैसी हाई-स्पीड ट्रेन पर पथराव करना बेहद खतरनाक अपराध है। इससे न केवल यात्रियों की जान को खतरा होता है, बल्कि रेलवे संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचता है। इस मामले में किशोर न्याय अधिनियम के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है। रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
स्थानीय प्रशासन की चिंता
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और रेलवे अधिकारियों में भी चिंता बढ़ गई है। बारमतपुर और आसपास के इलाकों में बच्चों और किशोरों द्वारा रेलवे ट्रैक के पास खेलने की घटनाएं पहले भी सामने आती रही हैं। प्रशासन का मानना है कि अभिभावकों और स्थानीय लोगों को बच्चों को जागरूक करने की जरूरत है, ताकि वे रेलवे ट्रैक के पास न जाएं और इस तरह की खतरनाक गतिविधियों से दूर रहें।
रेलवे सुरक्षा और जागरूकता की जरूरत
रेलवे प्रशासन लगातार यह अपील करता रहा है कि रेलवे ट्रैक के पास खेलना और ट्रेनों पर पत्थर फेंकना कानूनन अपराध है। इसके बावजूद इस तरह की घटनाएं सामने आना चिंता का विषय है। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए रेलवे ट्रैक के संवेदनशील हिस्सों में निगरानी बढ़ाई जाएगी और स्थानीय पुलिस के सहयोग से जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे।
घटना से मिला सबक
मुजफ्फरपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की यह घटना एक चेतावनी के रूप में सामने आई है। थोड़ी सी लापरवाही और शरारत किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती थी। सौभाग्य से रेलवे सुरक्षा बल की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी निगरानी के कारण स्थिति नियंत्रण में रही और कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। यह घटना न केवल रेलवे सुरक्षा की अहमियत को दर्शाती है, बल्कि समाज में बच्चों और किशोरों के बीच जागरूकता की कमी को भी उजागर करती है। वंदे भारत जैसी आधुनिक और तेज रफ्तार ट्रेन पर पथराव गंभीर अपराध है, जिसके परिणाम जानलेवा हो सकते हैं। प्रशासन, रेलवे और समाज तीनों की संयुक्त जिम्मेदारी है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और यात्रियों की सुरक्षा पूरी तरह सुनिश्चित की जा सके।

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