एसटीएफ ने बाढ़ के आतंक रघुनाथ सिंह को दबोचा, गिरफ्तारी के डर से एक अपराधी ने खुद को मारी गोली

बाढ़। पूरे बाढ़ अनुमंडल में लेडी सिंघम के नाम से जाने जाने वाली एएसपी लिपि सिंह का खौफ अपराधियों में स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। यही कारण है कि अब अपराधी गिरफ्तारी से बचने के लिए खुद को गोली मारने पर मजबूर हो गए हैं, ऐसा ही मामला आज देखने को मिला। वहीं एक अन्य मामले में एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है बाढ़ अनुमंडल के कुख्यात अपराधी रघुनाथ सिंह को गिरफ्तार करने में एसटीएफ में सफलता हासिल की है एसटीएफ एसपी सुधीर पोरिका ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि बाढ़ अनुमंडल के बहादुरपुर थाना क्षेत्र निवासी वह बाद के आतंक रघुनाथ सिमको गिरफ्तार किया गया है। कुख्यात रघुनाथ पुलिस द्वारा मोस्ट वांटेड के सूची में शामिल था और उस पर कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। जब पटना-नालंदा जिला की सीमा पर फ्लैग मार्च और एरिया डोमिनेशन के दौरान तीन अपराधी गिरफ्तार किए गए।
सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के नेतृत्व में घोसवरी टाल के ईशानगर और करकाइन गांवों में एरिया डोमिनेशन चल रहा था कि इसी दौरान सूचना मिली कि अपराधी गांव में छिपे हुए हैं।सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस ने छापामारी की। छापामारी के दौरान तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। जबकि एक अन्य अपराधी ने खुद से गोली मार ली।पुलिस को गांव में आता देख विरोधियों को फंसाने की नियत से खुद को गोली मारने वाले अपराधी को भी गिरफ्तार किया गया। हिरासत में लिए गए अपराधियों को घोसवरी थाना के हवाले कर दिया गया।
एएसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में की गई छापामारी में मोकामा इंस्पेक्टर राजेश रंजन, एनटीपीसी थानाध्यक्ष ऋतुराज सिंह, हाथीदह थानाध्यक्ष रवि रंजन सिंह, पंडारक थानाध्यक्ष रमण वशिष्ठ भी शामिल थे। घोसवरी थाना को सभी फरार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
