बिहार में इतने मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में जुटी राज्य सरकार, जानिए इसके लिए क्या हो रही तैयारी

पटना । बिहार में 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन आपूर्ति करने की तैयारी में राज्य सरकार जुटी है। स्वास्थ्य विभाग विभिन्न स्तरों पर केंद्र सरकार व अन्य संस्थाओं के सहयोग से ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट और भंडारण क्षमता को बढ़ाने में जुटा है।

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार और जरूरतों को देखते हुए केंद्र से 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की मांग की है।

राज्य में 15 अप्रैल के पूर्व तक करीब 50 से 70 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी। जबकि मई में बुधवार तक 214 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति विभिन्न स्रोतों से की जा रही है। राज्य में 11 की जगह वर्तमान में 19 ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट संचालित किए जा रहे हैं।
राज्य में 15 स्थानों पर ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगा रहा केंद्र :  भारत सरकार द्वारा राज्य के क्रमश: 15 स्थानों  डेहरी ऑनसोन (रोहतास), महुआ(वैशाली), रजौली(नवादा), नरकटियागंज(पूर्वी चंपारण), महाराजगंज (सीवान), जयनगर (मधुबनी), जगदीशपुर (भोजपुर), डुमरांव (बक्सर), मसौढ़ी(पटना), पटौरी (समस्तीपुर), बनमनखी (पूर्णिया), फारबिसगंज (अररिया), सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा), बलिया (बेगूसराय), कहलगांव (भागलपुर) में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसकी मॉनिटरिंग रक्षा मंत्रालय के डीआरडीओ करेगी एवं सिविल और विद्युत संबंधी कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण कराएगा।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने प्रदेश के 9 मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है।

राज्य के एनएमसीएच, पटना, जेकेटीएमसीएच, मधेपुरा, विम्स,राजगीर और एमएनएमसीएच, गया में 2500 (एलपीएम) क्षमता वाला और पीएमसीएच में 5000 (एलपीएम) क्षमता वाला ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट ऑयल इंडिया लिमिटेड द्वारा लगाया जायेगा। जिसका आदेश निर्गत किया जा चुका है। किंतु कार्य अभी शुरू नही हुआ है। इस पर कुल 21 करोड़ 46 लाख खर्च आयेगा। दूसरी ओर एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर, डीएमसीएच, दरभंगा, जेएलएनएमसीएच, भागलपुर और एमजीकेएमसीएच, बेतिया में दो हजार लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट नमलीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) लगाएगा।

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