टी-20 और वनडे व टेस्ट के लिए अलग-अलग हों टीम और कोच, कहा- इंग्लैंड से लेनी चाहिए सीख : अनिल कुंबले

नई दिल्ली। इंग्लैंड ने रविवार को टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान को हराकर दूसरी बार खिताब अपने नाम किया। इंग्लैंड की जीत के बाद क्रिकेट वर्ल्ड में नई बहस छिड़ गई है। वही अब दुनिया भर के क्रिकेट एक्सपर्ट टी-20 और वनडे व टेस्ट के लिए अलग-अलग टीम और कोचिंग स्टाफ की तरफदारी कर रहे हैं। बता दे की इंग्लैंड ने पिछले कुछ सालों से वाइट और रेड बॉल के लिए अलग-अलग कप्तान और कोच नियुक्त किए हैं। वही जोस बटलर टी-20 और वनडे कप्तान हैं। जबकि मैथ्यू मोट कोच हैं। वहीं बेन स्टोक्स टेस्ट टीम के कैप्टन हैं और ब्रेंडन मैकुलम कोच हैं। वही टीम इंडिया के पूर्व कोच अनिल कुंबले भी भारत में टी-20 और वनडे के लिए अलग-अलग टीमों के फेवर में हैं। वही उन्होंने एक क्रिकेट वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा है कि अब समय आ गया है कि भारत में भी टेस्ट और लिमिटेड ओवर की टीमें पूरी तरह से अलग-अलग हों।

वही उन्होंने कहा की अब समय आ गया है कि टी-20 में टी-20 स्पेशलिस्ट हों और आपकी टीम में ज्यादा से ज्यादा ऑलराउंडर हों। वही आगे कुंबले ने कहा की टी-20 वर्ल्ड कप की इस बार की विजेता और पिछले बार की विजेता ऑस्ट्रेलिया टीम को देखें तो दोनों ही टीमों में ऑलराउंडर की भरमार है। इंग्लैंड टीम में 7वें नंबर पर लियाम लिविंगस्टोन बल्लेबजी करने आते हैं। तो ऑस्ट्रेलिया में मार्कस स्टोनिस छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते के लिए आते हैं। वही उन्होंने आगे कहा की मैं निश्चित तौर पर तो यह नहीं कह सकता कि टीम के लिए अलग कैप्टन और कोच का होना जरूरी है या नहीं। यह चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट पर डिपेंड करता है कि वह किस तरह की टीम चुनते हैं और किस तरह से तैयार करना चाहते हैं।

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