एनओयू में नए सत्र में नामांकन की अवधि बढ़ी, छात्र अब 5 अक्टूबर तक कर सकेंगे आवेदन

- छात्रों की मांग पर यूजीसी से मिली अनुमति, 76 पाठ्यक्रमों में नामांकन प्रक्रिया जारी
पटना। नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी (एनओयू) के नए सत्र में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओं के लिए राहत की खबर है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने एडमिशन की अंतिम तिथि बढ़ाकर अब 5 अक्टूबर कर दी है। यह फैसला छात्रों की बढ़ती मांग और सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से विशेष अनुमति लेकर किया गया है। एनओयू के कुलपति प्रोफेसर रवींद्र कुमार ने मंगलवार को मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि बड़ी संख्या में छात्रों ने समय सीमा बढ़ाने की मांग की थी। उन्होंने कहा, “कई छात्रों ने विभिन्न कारणों से समय पर आवेदन नहीं कर पाए थे। उनकी शैक्षणिक आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए हमने यूजीसी से अनुमति लेकर एडमिशन की समय सीमा 5 अक्टूबर तक बढ़ाई है।” कुलसचिव प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने भी बताया कि नामांकन से संबंधित सभी आवश्यक निर्देश विश्वविद्यालय के एडमिशन पोर्टल को दे दिए गए हैं, ताकि छात्र आसानी से प्रक्रिया पूरी कर सकें। नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी इस समय कुल 76 पाठ्यक्रमों में नामांकन प्रक्रिया चला रही है। इनमें 34 सर्टिफिकेट कोर्स भी शामिल हैं, जो छात्रों को कौशल विकास और व्यावसायिक दक्षता प्रदान करने के उद्देश्य से डिजाइन किए गए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि ये कोर्स खासतौर पर उन युवाओं के लिए फायदेमंद हैं, जो पारंपरिक डिग्री पाठ्यक्रमों के अलावा व्यावहारिक ज्ञान और रोजगारोन्मुखी कौशल हासिल करना चाहते हैं। स्नातक स्तर पर विश्वविद्यालय 5 पाठ्यक्रमों की पेशकश कर रहा है। विज्ञान संकाय में वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान और रसायन विज्ञान जैसे विषय उपलब्ध हैं। कला संकाय में इतिहास और अर्थशास्त्र में नामांकन किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, बीसीए (बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) और बीएलआईएस (बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस) की भी पढ़ाई उपलब्ध है। स्नातकोत्तर स्तर पर एनओयू सबसे अधिक विकल्प प्रदान करता है। कुल 21 विषयों में प्रवेश की सुविधा है। इनमें एमएलआईएस (मास्टर ऑफ लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस) के अलावा अर्थशास्त्र, शिक्षा, पर्यावरण विज्ञान, भूगोल, हिंदी, इतिहास, गृह विज्ञान, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, समाजशास्त्र, संस्कृत, उर्दू, एमकॉम, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, भौतिक विज्ञान और जंतु विज्ञान जैसे प्रमुख विषय शामिल हैं। इसके अलावा, सात पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स भी उपलब्ध हैं, जो छात्रों को विशेष ज्ञान और कौशल प्राप्त करने में मदद करेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से अपील की है कि वे अंतिम तिथि से पहले अपना नामांकन अवश्य करवा लें। साथ ही, ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को समय से पूरा करने के लिए आवश्यक दस्तावेज और जानकारी तैयार रखें। विश्वविद्यालय ने कहा है कि बढ़ी हुई समय सीमा का उद्देश्य अधिक से अधिक छात्रों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करना है। शैक्षिक विशेषज्ञों का मानना है कि नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी जैसे ओपन और डिस्टेंस लर्निंग संस्थान उन छात्रों के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो नियमित कॉलेजों में पढ़ाई नहीं कर पाते। ऐसे में नामांकन की तिथि बढ़ाए जाने से हजारों छात्रों को राहत मिलेगी। एनओयू का यह कदम राज्य के शिक्षा परिदृश्य के लिए सकारात्मक माना जा रहा है। विश्वविद्यालय की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, पिछले वर्षों में दाखिले की तिथि बढ़ने से छात्रों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई थी। इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि बड़ी संख्या में छात्र इस सुविधा का लाभ उठाएंगे। छात्र समुदाय में इस घोषणा को लेकर उत्साह है। कई छात्रों ने कहा कि समय सीमा बढ़ने से उन्हें आवश्यक दस्तावेज तैयार करने और पाठ्यक्रम चयन करने का पर्याप्त समय मिलेगा। अब 5 अक्टूबर तक आवेदन की सुविधा मिलने से नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के विभिन्न कोर्सेज में नामांकन लेने वाले छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है।
