पटना के गार्डिनर अस्पताल में हाईकोर्ट के डिप्टी रजिस्टार और गार्डों में धक्का-मुक्की, खूब हुआ हंगामा

पटना। न्यू गार्डिनर रोड सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे पटना हाईकोर्ट के डिप्टी रजिस्टार और गार्डों के बीच धक्का मुक्की हुई है। शनिवार को अस्पताल में गाड़ी लगाने को लेकर कहासुनी हुई थी। सभी गार्ड ने डिप्टी रजिस्टार और उनके साथ आए लोगों पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा है कि पटना हाईकोर्ट के नाम पर धौंस दिखा रहे थे। वहीं डिप्टी रजिस्टार के साथ आए लोगों ने गार्डों पर बदसलूकी और धक्का मुक्की करने का आरोप लगाया है। घटना की जानकारी मिलते ही पटना के कोतवाली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने की कोशिश की। गार्ड मदन सिंह ने बताया कि गाड़ी की चाबी छूट गई थी। इसके बाद गार्ड ने कह दिया कि चाबी आपलोग छोड़ देते हैं। गाड़ी चोरी हो जाएगी तो गार्ड पर आरोप लगाएंगे। ऐसे ही 4 रोज पहले भी एक गाड़ी चोरी हो गई थी। इतने में वो बीपी के पेशेंट हैं। हाइपर हो गए। अनाप शनाप कहने लगें और हाईकोर्ट से पुलिस के जवान को बुला लिए। गार्ड में हमलोग 9 यूनिट हैं। पुलिसकर्मियों ने सुपरवाइजर पर हाथ चला दिया। गार्ड पर हाथ चला दिया। गार्ड सतेंद्र सिंह ने बताया कि गाड़ी में वो लोग चाबी छोड़कर चले गए थे। हमलोग चाबी निकालकर दिए और बताएं कि इस तरह से चाबी छोड़कर मत जाइए। इतने में ही ये लोग गुस्सा हो गए। हाईकोर्ट से स्टाफ बुलाकर धमकाने लगें। कहने लगें पुलिस से पकड़ा देंगे। गिरफ्तार करा देंगे। ऐसे में सर बताइए हमलोग कैसे गार्ड की नौकरी यहां करेंगे। डिप्टी रजिस्टार के साथ आए ब्रजेश कुमार सिंह ने गार्डों के द्वारा लगाए गए आरोप का जवाब देते हुए कहा कि यहां सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। सब-कुछ उसमें है। यहां हर दिन पब्लिक दिखाने आती है और ये गार्ड अभद्र भाषा में रे। तो कर के बात करते हैं। हमारे डिप्टी राजिस्टार साहब यहां गार्डिनर अस्पताल में आएं और मिस्टेक से अपनी गाड़ी में चाबी छोड़कर ऊपर चले गए। ऊपर से जब आए तो गार्ड बोलता है कि आप चाबी छोड़ दिए। आपके बाप का ये थी है। अनाप-शनाप बात करने लगा। हम आए तो बोले हमारे हाईकोर्ट के डिप्टी राजिस्टार हैं, ऐसे क्यों बात कर रहे हो। ठीक से बात करो। इतने में मेरे साथ जान मारने की बात कह कर हाथ उठा दिया। धकियाते हुए मुझे बाहर निकाल दिया। इसके बाद मेरा ड्राईवर सब आया तो बीच बचाव किया। पूरे मामले पर कोतवाली थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि अभी किसी तरह का आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। आवेदन प्राप्त होने के बाद, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

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