बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने पेश किया एक वर्ष के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड, आशातीत उन्नति का दावा, युवाओं के लिए व्यापक योजना

पटना। बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने आज अपने कार्यकाल के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर पूरे एक वर्ष के दौरान किए गए विकास कार्यों का लेखा-जोखा रिपोर्ट कार्ड के रूप में प्रस्तुत किया। मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि बीते एक वर्ष के दौरान उनके विभाग में आशातीत उन्नति प्राप्त की है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से जुड़े सभी प्रकार के महाविद्यालयों में छात्र-छात्राओं के लिए विशेष रूप से सुविधाजनक पाठ्यक्रमों के विस्तार छात्र-छात्राओं के रोजगार तथा अन्य महत्वपूर्ण मसलों पर विभाग के द्वारा फोकस करके काम किया गया है। जिसका परिणाम है कि यह रिपोर्ट कार्ड जारी किया जा रहा है। जिससे यह स्पष्ट होगा कि पिछले एक वर्षों के दौरान विभाग में किस रफ्तार से जन कल्याण एवं विकास के क्षेत्र में सफलतापूर्वक कार्य योजनाओं को अंजाम दिया है। संवाददाता सम्मेलन में रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए मंत्री सुमित सिंह ने बताया कि बिड़ला इंस्टीच्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी में संचालित स्नातकोत्तर की अभियंत्रण महाविद्यालय एवं पॉलिटेक्निक संस्थानों के लिए प्राचार्य सहित कुल 2806 एवं 1623 पदों के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा नियमित नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। तकनीकी शिक्षा में गुणात्मक परिवर्तन हेतु बिहार सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम अंतर्गत राज्य में एक पृथक विश्वविद्यालय बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय अधिनियम, 2021 को अधिनियमित करते हुए उक्त विश्वविद्यालय के कार्यों के प्रयोजनार्थ प्रारंभिक रूप से कुल 32 पद स्वीकृत किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय से संबद्व होने वाले अभियंत्रण महाविद्यालयों में प्रत्येक श्रेणाी में 33% सीटें महिला अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित की गयी है। पालिटेक्निक संस्थानों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को वर्त्तमान उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप सेंटर आॅफ एक्सलेंस की स्थापना की स्वीकृति दी गयी है।
विभागीय मंत्री द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट कार्ड के मुताबिक विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के अधीन संचालित अभियंत्रण महाविद्यालय तथा पॉलिटेक्निक संस्थानों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को सुविधा हेतु इलेक्ट्रोनिक नॉलेज नेटवर्क की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि पटना स्थित तारामंडल आधुनिकीकरण एवं उन्नयन हेतु कार्य प्रगति पर है। जल्द ही पटना के तारामंडल को विश्वस्तरीय दर्जा प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि दरभंगा तथा गया में भी तारामंडल का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
राज्य के छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति अभिरूचि पैदा करने तथा वैज्ञानिकों द्वारा प्रतिपादित किये गये सिद्वांतों का आम जीवन में हो रहे प्रयोगों को प्रदर्शित करने हेतु पटना में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साईंस सिटी की निर्माण कार्य प्रगति पर है। विभाग के अंतर्गत स्थापित एवं संचालित राज्य के सभी राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालयों में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूड़की के सहयोग से शिक्षकों एवं छात्रों के उच्च तकनीकी शिक्षा के प्रशिक्षण का कार्यक्रम। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 में विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के लिए मांग संख्या-43 के अधीन चार अरब बाईस करोड़ पचास लाख अठारह हजार रुपये का प्रावधान किया गया था।
इस मौके पर मंत्री सुमित सिंह ने अपने गृह जिले जमुई में भी विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए बताया कि जमुई जिला से संबंधित विकासात्मक कार्य बोंगी उच्च विद्यालय चकाई का भवन निर्माण।उच्च विद्यालय नोनियातरी चकाई का भवन निर्माण।उच्च विद्यालय पेटारपहाड़ी का भवन निर्माण।उच्च विद्यालय बसतपुर का भवन निर्माण।उच्च विद्यालय नारोडीह, पंचायत रामचंद्रडीह का कार्यरंभ। इतना ही नहीं 19 प्राथमिक विद्यालय निविदा प्रक्रिया में है। जमुई के खैरा प्रखंड अंतर्गत ग्राम बेला में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय-सह-अस्पताल के निर्माण कार्य के लिए 500 करोड़ रूपए का कार्यारंभ। श्रीकृष्ण सिंह रेफरल अस्पताल का पुनर्निमाण कर श्रीकृष्ण सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का कार्यारंभ। बामदह, चकाई में अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र का कार्यारंभ। बसबुट्टी एवं 3 और स्थान का निर्माण कार्य के लिए कुल 14 करोड़ रूपए का आवंटन। चकाई विधानसभा में स्वास्थ्य और खुशहाली केन्द्र का निर्माण कार्य के तहत सोनो में 7 पंचायत में कार्य के लिए 4 करोड़ 88 लाख रूपए एवं 4 पंचायत में कार्य के लिए 2 करोड़ 79 लाख रूपए आवंटित किया गया। सोनो प्रखंड में महूँगाय-बोझायत पथ के बरनार नदी पर उच्चस्तरीय पुल के निर्माण कार्य का कायार्रंभ। 5 करोड़ 41 लाख की लागत से बनने वाले इस पुल की लम्बाई 126.64 मीटर होगी, जिसमें अब सैकड़ों गांव से सीधे जुड़ जाएंगे।
चकाई विधानसभा में उच्चस्तरीय 36 पुलों के लिए राशि करीब 125 करोड़ रूपए इस वित्तीय वर्ष पूर्ण कर ली जाएगी। चकाई विधानसभा में एक साल के अंदर 20 सामुदायिक भवन, शौचालय, एवं वर्क शेड योजना का कायार्रंभ हुआ।बारा कब्रिस्तान चकाई का घेराबंदी कार्य के लिए राशि 13 लाख 26 हजार रूपए, ग्राम गौरीपुर, दुलमपुर पंचायत कब्रिस्तान का घेराबंदी कार्य के लिए राशि 18 लाख 67 हजार रूपए का कार्यारंभ। चकाई विधानसभा मे करीब 200 करोड़ रूपए का सड़क योजना अभी चल रहा है।जिसे इस वर्ष पूरा कर लिया जाएगा। सोनो एवं चकाई बाजार की जर्जर सड़क की मरम्मत का कार्य पूर्ण किया गया। जमुई जिला के चकाई विधानसभा अंतर्गत माधोपुर स्थित 110 एकड़ में फैले महावीर वाटिका ईको पार्क के सौंदर्यीकरण और सुधा पार्लर हाउस का कार्यारम्भ,वरिष्ठ नागरिक,चकाई प्रखंड के नावाडीह सिल्फरी में वृद्व आश्रय गृह का कार्यारंभ। वृद्व आश्रय गृह के लिए चकाई में 27.61 करोड़ रूपए का कार्यारंभ, श्रमिक बीड़ी मजदूर श्रमिकों की आर्थिक स्थिति सुधारने हेतु उनके न्यूनतम मजदूरी मूल्य में वृद्वि के लिए निरंतर प्रयास जारी है। अनुसूचित जनजाति के सामाजिक स्थिति सुधारने हेतु निरंतर प्रयासरत, मॉडिफाइड एरिया डेवलपमेंट एप्रोच, (माडा) का क्रियान्वयन, सामुदायिक लघु सिंचाई परियोजनाएं जैसे एलआईपीए, डब्ल्यूएचएस, चेक डैम आदि के कार्य, स्वरोजगार, मजदूरी रोजगार आदि के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम। विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के विकास के लिए कार्य। बिहार के सभी 38 जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना सात निश्चय -पार्ट 1 (2015-2020) के तहत बिहार के 38 जिलों में सरकारी पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों की स्थापना एवं अतिरिक्त 6 पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों की स्थापना के साथ (कुल 44 पोलिटेकनिक), डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साइंस सिटी, पटना की स्थापना हेतु 20.68 एकड़ जमीन में 640 करोड़ रूपये की लागत से निर्माण कार्य प्रगति पर। गया में नेशनल काउंसिल आॅफ साइंस म्यूजियम (भारत सरकार का उपक्रम) के माध्यम से रीजनल साइंस सिटी का निर्माण कार्य प्रगति पर। दरभंगा में भवन निर्माण विभाग के माध्यम से तारामंडल का निर्माण कार्य प्रगति पर। पोलिटेकनिक में क्रेडिट आधारित मूल्यांकन प्रणाली के साथ-साथ संशोधित और अद्यतन पाठ्यक्रम लागू किया गया।पुस्तकों, पत्रिकाओं और आवश्यक सॉफ्टवेयरों की खरीद बड़े पैमाने पर आईसीटी आधारित शिक्षा के लिए आनलाइन पाठ्यक्रम वर्चुअल लैब नेषनल डिजिटल लाइब्रेरी (एनडीएल) और ई-यंत्र सभी इंजीनियरिंग एवं पोलिटेकनिक कॉलेज में लागू किया गया है।
पुस्तकों, पत्रिकाओं और आवश्यक सॉफ्टवेयरों की खरीद,डोमेन स्किलिंग कुशल युवा प्रोग्राम,एडवांस्ड सी.एन.सी. मशीन प्रशिक्षण कार्यक्रम कोविड-19 के दौरान, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आई.सी.टी.) का उपयोग करके गूगल क्लासरूम और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से आनलाइन कक्षाएं संचालित की गई। वर्चुअल क्लास सॉफ्टवेयर (वी.सी.एस.) को छात्रों के लिए आनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित किया गया है।सिस्को द्वारा सी.एस.आर. के तहत सी.सी.एन.ए. (सिस्को प्रमाणित नेटवर्किंग एसोसिएट) और आईटी एसेंशियल प्रशिक्षण प्रोग्राम आरंभ किया गया है।

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