सत्तरघाट महासेतु-एप्रोच टूट जाने को लेकर तीन एफआईआर,स्थानीय ग्रामीणों- नेताओं के विरुद्ध मामला दर्ज

पटना।गोपालगंज के छपरा-सत्तरघाट मुख्य पथ पर बने महासेतु के एप्रोच टूट जाने पर राज्य में सत्ता तथा विपक्ष के बीच जबरदस्त नूरा कुश्ती चल रही है।इस बीच राज्य सरकार की ओर से इस मामले को लेकर तीन अलग-अलग एफआइआर दर्ज कराया गया।दरअसल कथित विभागीय लापरवाही के कारण जो एप्रोच सड़क टूट गई,उसकी विभागीय जांच तथा संदर्भित व्यक्ति पर कार्रवाई के बजाय सरकार इस मामले पर दूसरे तरीके से एक्शन में आ गई है।गोपालगंज के जिलाधिकारी अरशद अजीज ने इन तीन एफआईआर की पुष्टि की है।इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को कटाव के बाद जब अभियंताओं की टीम घटनास्थल पर मरम्मत करने गई।तब ग्रामीणों के द्वारा कटाव निरोधी कार्य को रोक दिया गया था और काम को बाधित किया था।इसके अतिरिक्त लॉकडाउन के बावजूद यहां पर स्थानीय नेताओं के द्वारा धरना और प्रदर्शन किया गया।इसे लेकर स्थानीय सीओ के द्वारा बैकुंठपुर थाना में एफ आई आर दर्ज कराया गया है।इधर वशिष्ट कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा भी बैकुंठपुर थाना में आवेदन देकर एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।जिसमें निर्माण कार्य पर लोगों के द्वारा बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।इधर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम भी इस मामले में पीछे नहीं है।पुल निर्माण निगम ने भी स्थानीय थाने में काम में बाधा पहुंचाने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन बैकुंठपुर थाने को दिया है। एप्रोच रोड के बह जाने के 48 घंटे के अंदर तीन-तीन एफआईआर दर्ज करा दिए गए।खासियत तो यह है कि इन तीनों एफआईआर में सरकार के द्वारा करप्ट अधिकारियों-ठेकेदारों के नेक्सस के बजाए स्थानीय ग्रामीणों तथा स्थानीय नेताओं पर मामला दर्ज कराया गया है।

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