बिहार भाजपा के नए अध्यक्ष बनाए गए संजय सरावगी, जायसवाल के ली जगह, नियुक्ति का आदेश लागू
पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए दरभंगा सदर से छह बार के विधायक और वरिष्ठ नेता संजय सरावगी को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। वे वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की जगह लेंगे। पार्टी के इस फैसले को संगठनात्मक मजबूती और आगामी राजनीतिक चुनौतियों के लिहाज से अहम माना जा रहा है। संजय सरावगी बिहार भाजपा का एक जाना-पहचाना और अनुभवी चेहरा हैं। वे मिथिलांचल क्षेत्र में पार्टी के सबसे चर्चित नेताओं में गिने जाते हैं और लंबे समय से संगठन तथा सरकार, दोनों स्तरों पर सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। वे वैश्य समुदाय से आते हैं, जिसे भाजपा का पारंपरिक और कोर वोट बैंक माना जाता है। ऐसे में उनकी नियुक्ति को सामाजिक संतुलन और संगठनात्मक रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है। संजय सरावगी का राजनीतिक सफर छात्र राजनीति और संगठनात्मक कार्यों से शुरू हुआ। वे लगभग 10 वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में विभिन्न पदों पर रहकर सक्रिय रहे। 1999 में वे भाजपा के जिला मंत्री बने। इसके बाद 2001 में दरभंगा नगर मंडल भाजपा अध्यक्ष और 2002 में दरभंगा नगर निगम के वार्ड संख्या 6 से पार्षद निर्वाचित हुए। 2003 में उन्हें दरभंगा जिला भाजपा का महामंत्री बनाया गया, जहां से उन्होंने संगठनात्मक राजनीति में अपनी मजबूत पहचान बनाई। पहली बार फरवरी 2005 में वे दरभंगा सदर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। इसके बाद नवंबर 2005, 2010, 2015, 2020 और 2025 में लगातार जीत दर्ज कर उन्होंने क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ साबित की। संजय सरावगी 2017 में बिहार विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सभापति भी रह चुके हैं। फरवरी 2025 में उन्हें राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री बनाया गया था। हालांकि, इस बार के मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें मंत्री पद नहीं मिला, जिसके बाद यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि पार्टी उन्हें संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। अब प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपे जाने से उन अटकलों पर विराम लग गया है। संजय सरावगी की नियुक्ति पर भाजपा नेताओं ने खुशी जताई है। बिहार के पूर्व मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व और संगठनात्मक अनुभव से बिहार में पार्टी और अधिक सशक्त होगी तथा जनसेवा के नए कीर्तिमान स्थापित होंगे। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय नेता तरुण चुग ने भी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संजय सरावगी के नेतृत्व में बिहार भाजपा और अधिक मजबूत होकर जनआकांक्षाओं पर खरा उतरेगी। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, संजय सरावगी की नियुक्ति से पार्टी को मिथिलांचल क्षेत्र में नई ऊर्जा मिलेगी। साथ ही, संगठन और सरकार दोनों में अनुभव रखने वाले नेता के तौर पर वे आगामी चुनावी रणनीति को मजबूती दे सकते हैं। दिलीप जायसवाल के स्थान पर एक अनुभवी और जमीनी नेता को आगे लाकर पार्टी ने यह संकेत दिया है कि वह संगठनात्मक मजबूती और क्षेत्रीय संतुलन पर विशेष ध्यान दे रही है। संजय सरावगी का प्रदेश अध्यक्ष बनना न केवल भाजपा के अंदरूनी संगठनात्मक ढांचे को मजबूती देगा, बल्कि बिहार की राजनीति में भी इसके दूरगामी प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।


