पूर्णिया में 11 हजार से अधिक शिक्षकों का वेतन रुका, डीईओ ने अगस्त महीने में की कार्रवाई

पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया जिला में शिक्षा पदाधिकारी ने पूर्णिया के 11 हजार शिक्षकों के अगस्त माह के वेतन पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही उन्होंने 3 दिनों के अंदर शिक्षकों का प्रोफाइल शिक्षा विभाग के ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश दिया है। इस अवधी में शिक्षकों का प्रोफाइल अपलोड नहीं होने पर बीईओ पर इसकी जवाबदेही तय की जाएगी। दरअसल, अपर राज्य परियोजना निदेशक (कार्यक्रम), बिहार परियोजना परिषद् पटना जिले के सभी विद्यालयों के शिक्षकों के लिए ई-शिक्षा कोष के माध्यम से शिक्षक मॉड्यूल बनाया है। इस मॉड्यूल के तहत प्रथम चरण दो मॉड्यूल बनाए गए है। इसमें पहले मॉड्यूल विद्यालय स्तर पर और दूसरा शिक्षक के स्तर पर तैयार किया गया है। इस मॉड्यूल के अनुसार बीते 31 जुलाई तक स्कूलों में शिक्षकों के आंकड़े को अपडेड करना था, जो नहीं हुआ। जिला शिक्षा पदाधिकरी ने इस मामले को लेकर जिले के सभी बीईओ को पत्र भेजा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि पोर्टल पर शिक्षकों का प्रोफाइल अपलोड नहीं होने की वजह से पूर्णिया राज्य के बॉटम के पांच जिलों में शुमार हो गया है। उन्होंने अपने पत्र में सख्त लहजे में कहा है कि कार्य में रूची नहीं लेने की वजह से जिले का प्रदर्शन खराब हुआ है। जिला शिक्षा पदाधिकारी विश्वानाथ रजक ने इस पर चिंता जताते हुए जल्द इसमें सुधार करने का निर्देश प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को दिया है। केके पाठके शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव बनने के बाद विभाग की कार्यशैली में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिल रहा है। केके पाठक ने अपर मुख्य सचिव का पद संभालते ही शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए विद्यालयों का औचक निरीक्षण का निर्देश दिया था। उसके बाद अब शिक्षा विभाग ने स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए ई-शिक्षाकोष पोर्टल बना दिया है। इस पोर्टल पर अटेंडेंस बनाने के लिए शिक्षकों को विद्यालय के 200 मीटर की रेंज में जाना होगा। तभी उनकी हाजरी बन सकेगी। लेकिन पूर्णिया के शिक्षक ऐसा नहीं कर रहे हैं। इसी को देखते हुए डीईओ ने शिक्षकों के अगस्त माह का वेतन स्थगित कर दिया है।

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