श्री साईं कथा दरबार में मना श्री राम जन्मोत्सव


। पितृ मुक्ति श्री साईं कथा ज्ञानयज्ञ खाजेकलां स्थित राजदरबार हॉल प्रांगण में किया जा रहा है। संस्था के अध्यक्ष कीर्ति यादव ने बताया कि व्यास गद्दी पर विराजमान मुख्यकथा वाचक त्रिभुवन साईं महाराज ने अपने कथा में कहा कि साईं कथा एवं महोत्सव में वही शामिल होते हैं, जिन्हें साईं बुलाते हैं और आप सभी हरि राम के जन्मोत्सव में शामिल हुए हैं। ऐसा अद्भुत सुंदर मनोरम आनंदमय और भक्तिमय पल साईं के करीब रहने वाले भक्तों को ही मिलता है। कथा वाचक ने कहा कि बाबा सुमन नहीं सु-मन अर्थात सुंदर मन चाहते हैं। अगर बाबा को कुछ अर्पण करना है, तो सुमन नही सुंदर मन अर्पण करो। पितरों से मुक्ति के लिए बाबा की कथा का श्रवण करो। बाबा की कथा में ही पितरों की मुक्ति और मोक्ष है। बाबा अपने भक्तों के बीच खुद आते हैं और दुख को दूर करते हैं। कथा के बाद श्री राम जन्मोत्सव हुआ। इसमें मुख्य जजमान के रूप में सर्व समाज उत्थान संस्था के संरक्षक रंजीत प्रभाकर पत्नी आरती प्रभाकर के द्वारा भक्तों के बीच श्री राम के जन्मोत्सव के बाद टॉफी और खिलौने बांटे। भक्तों ने साईं के धुन पर भक्त झूमने पर विवश हो गए और श्री राम जन्मोत्सव का भी मनोरम दृश्य देख आनंदमय हो गए। साईं बाबा की आरती के बाद भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। साईं दरबार में जदयू के प्रधान सचिव सह सांसद आरसीपी सिंह सपत्नी गिरजा सिंह, बाढ़ के एसडीपीओ लिपि सिंह, सुप्रीम कोर्ट की वरीय अधिवक्ता लता सिंह, डॉ वैभव मुकुन्द, पूर्व मंत्री श्याम रजक, महापौर सीता साहू, पार्षद तरुणा राय आदि पहुंचे। संरक्षक रंजीत प्रभाकर जी के द्वारा साई गमछा और बाबा की तस्वीर दे कर के उन्हें सम्मानित किया गया।

मौके पर अशोक यादव, संजय दिवाकर, अजित यादव, ललित यादव, मो शमीम, मो रफी, राजकुमार यादव, शक्ति पासवान, कन्हाई पटेल आदि सक्रिय थे।

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