तीन राज्यों का कुख्यात देवगन खरवार चढ़ा रोहतास पुलिस के हत्थे, जानिए कितना खूंखार था देवगन

तिलौथू। तीन राज्यों में सुपर किलर के नाम से मशहूर देवगन खरवार की गिरफ्तारी को ले स्थानीय पुलिस तथा झारखंड पुलिस टीम गठित कर झारखंड के बरवाडीह से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। ज्ञात हो कि कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी से जहां रोहतास सहित तीन राज्यों की पुलिस राहत की सांस ली। वहीं देवगन के आतंक से कांपने वाले मणिनगर के खरवार जाति के सैकड़ों लोगों में खुशी व्याप्त है। इसकी गिरफ्तारी से मणिनगर के महिला, बच्चे, पुरूष सभी डेहरी नगर थाना में पहुंचकर देवगन के झारखंड से डेहरी आने का इंतजार कर रहे थे। वहीं महिलाओं में इतना गुस्सा था कि हर कोई देवगन से बदला लेने को आतुर दिख रहा था। इस संबंध में स्थानीय पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार देवगन खरवार निर्मम रूप से किसी की भी हत्या करने मे मास्टरमाइंड माना जाता है। पूर्व में वह डेहरी के मणिनगर में रहता था। जहां मणिनगर की नीलम देवी ने देवगन खरवार के भाई सम्राज्य खरवार से शादी की थी। जिसके बाद देवगन खरवार नीलम देवी के रिश्तेदार की लड़की को जबरन अगवा कर शादी कर लिया। जिसके बाद दोनों के बीच दुश्मनी की दौर शुरू हो गयी। उस दौरान मणिनगर के लोगों ने देवगन खरवार के साथ मारपीट भी किया और बदला लेने की नियत से देवगन खरवार वर्ष 2006 में रघुवीर खरवार और उसकी पत्नी सीमा देवी की गला रेतकर हत्या कर डेहरी से भागकर झारखंड के बरवाडीह में नाम बदलकर रहने लगा। वर्ष 2007 में देवगन खरवार एक बार फिर मणिनगर पहुंचा और मोहल्ले के दंपति परमहंस खरवार और सरिता देवी की गला रेतकर हत्या कर दी। इस मामले में परिजनों ने देवगन के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी स्थानीय थाने में दर्ज कराई। जिसके बाद देवगन खरवार परमहंस खरवार के रिश्तेदार सरदार चौधरी की वर्ष 2009 में जमुई जिले के गिद्धौर में पहुंचकर गला रेत कर हत्या कर दी। जिसके बाद से मणिनगर के लोग दहशत के साए में जीने लगे और पुलिस भी देवगन खरवार के पीछे पड़ गयी। पुलिस दबिश के कारण देवगन खरवार डेहरी आना तो बंद कर दिया, किंतु नगर में रहने वाले मृत परमहंस खरवार के रिश्तेदारों की हत्या करने की योजना बनायी और वर्ष 2011 में झारखंड के गढ़वा में पहुंचकर दंपति लक्ष्मी खरवार और नैकी देवी की गला रेतकर हत्या कर दी। हत्या का दौर उसका थमने का नाम नहीं ले रहा था, जहां वर्ष 2016 में मणिनगर से उड़ीसा में पहुंचकर काम कर रहे हरिया खरवार और देवराज खरवार की 2016 में उड़ीसा में गला रेतकर देवगन खरवार ने हत्या कर दी। इसके अलावा वर्ष 2016 में रांची के रातू रोड में रहने वाले गुलगुलिया खरवार की हत्या कर सर धड़ से अलग कर सर को अपने साथ लेते गया। उसके बाद से एक कुख्यात हत्यारे के रूप में जाना जाने वाला देवगन खरवार तीन राज्यों की पुलिस के निशाने पर चढ़ गया। हालांकि अपनी ही जाति के लोगों को निशाना बनने वाले देवगन खरवार के पीछे उसकी अपनी भाभी ने ही गिरफ्तारी के लिये पीछे पड़ गयी और पुलिस को पल-पल का रिपोर्ट देने लगी। क्योंकि उसकी आंखों में बदले की भावना थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने वह सीना ठोककर कह रही थी कि जब तक इस दरिंदे को फांसी की सजा नहीं हो जायेगी तबतक उसका कलेजा ठंडा नहीं होगा। देवगन खरवार की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही करीब सौ की संख्या में मणिनगर की महिला, पुरुष, बच्चे थाना पर पहुंचे। जहां ग्यारह वर्षीय सुशील कुमार ने बताया कि देवगन ने उसके माता-पिता की निर्मम हत्या की थी। वह एक झलक देखने आया कि यह दरिंदा कितना खूंखार है। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि देवगन को फांसी की सजा दिलाने के लिये वह खुलकर न्यायालय में गवाही देने को तैयार हैं। मौके पर एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी ने बताया कि रोहतास पुलिस और बरवाडीह पुलिस की संयुक्त टीम ने देवगन खरवार की गिरफ्तारी की है। बरवाडीह से डेहरी थाना में लाकर उससे पूछताछ हो रही है। इसके साथ ही इसकी सूचना उड़ीसा पुलिस को भी दे दी गयी है। पूछताछ के बाद देवगन के अन्य साथियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जायेगा।

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