भाजपा से मिला हैं राजद का शीर्ष नेतृत्व, महागठबंधन को कमज़ोर करने को हो रहा काम : उपेंद्र कुशवाहा

पटना। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान पर महागठबंधन में तकरार बढ़ती जा रही है। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने यहां तक कह दिया कि राजद का शीर्ष नेतृत्व भाजपा से मिला हुआ है। शनिवार को उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि जिस तरह राजद के नेता एक के बाद एक विवादित बयान दे रहे हैं और राजद की ओर से अपने नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उससे यह आशंका गहरा रही है कि राजद अब भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए काम कर रहा है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि चाहे सुधाकर सिंह हों या शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर हाल के समय कभी रामचरितमानस तो कभी अन्य मुद्दों पर दिए इनके बयान बीजेपी के फायदे वाले हैं। जदयू नेता ने कहा कि राजद नेताओं एक बयान से स्पष्ट है कि ये लोग बीजेपी के फील्ड में जाकर उनके पिच पर जाकर काम कर रहे हैं। उनके एजेंडा पर काम कर रहे हैं। सबको मालूम है कि राजद नेताओं के बयान से भाजपा को फायदा होगा। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि चाहे सुधाकर सिंह हों या चंद्रशेखर इन नेताओं पर कार्रवाई नहीं होना राजद के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़ा करता है। वे मौन हैं तो इसका कारण क्या है। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अब तो ऐसी आशंका भी होने लगी है कि भाजपा के दवाब में राजद के लोग काम कर रहे हैं। राजद चाहता है कि उन्हें केंद्र से कुछ मदद मिल जाय। राजद का शीर्ष नेतृत्व इस कारण अपने नेताओं पर कार्रवाई नहीं कर रहा है और उसके एवज में उनके नेता बोल रहे हैं।

उपेंद्र कुशवाहा यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की जरुरत है। माफी से पहले कार्रवाई की सख्त जरुरत है। महागठबंधन को सांप्रदायिक तत्वों से लड़ना है। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस पर की गई टिप्पणी से महागठबंधन में तकरार बढ़ती जा रही है। जहां एक तरफ राजद ने अपने नेता का समर्थन किया है। वहीं दूसरी ओर आरजेडी नेता चंद्रशेखर के खिलाफ जेडीयू के नेता अब खुलकर बयानबाजी करने लगे हैं। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार समेत पार्टी के अन्य नेता शनिवार को पटना के राजबंशीनगर स्थित हनुमान मंदिर में आज रामचरितमानस का पाठ करने पहुंचे।

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