मायावती ने आगामी चुनाव में गठबंधन की खबरों को किया खारिज, कहा- हमारी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में बसपा न तो भाजपा के साथ एनडीए में जाएगी और ना ही विपक्षी दलों के किसी गठबंधन के साथ जाएगी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे लेकर शनिवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने उन खबरों का भी खंडन किया है कि लोकसभा चुनाव को लेकर अन्य दलों के साथ बसपा की बातचीत चल रही है। मायावती ने इन खबरों को फेक न्यूज करार दिया है। साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी रणनीति भी साफ कर दी है। उन्होंने अपने शोशल मीडिया पर इस सम्बंध में चुनाव को लेकर बसपा की रणनीति साफ की है। मायावती ने कहा, बीएसपी देश में लोकसभा का आमचुनाव अकेले अपने बलबूते पर पूरी तैयारी व दमदारी के साथ लड़ रही है। ऐसे में चुनावी गठबंधन या तीसरा मोर्चा आदि बनाने की अफवाह फैलाना यह घोर फेक व गलत न्यूज़। मीडिया ऐसी शरारतपूर्ण खबरें देकर अपनी विश्वसनीयता न खोए। लोग भी सावधान रहें। उन्होंने कहा कि ख़ासकर यूपी में बीएसपी की काफी मज़बूती के साथ अकेले चुनाव लड़ने के कारण विरोधी लोग काफी बैचेन लगते हैं। इसीलिए ये आए दिन किस्म-किस्म की अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते रहते हैं। किन्तु बहुजन समाज के हित में बीएसपी का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला अटल। हालांकि यूपी के बाहर अन्य राज्यों में बसपा किसी दल के साथ गठबंधन करेगी या नहीं इस पर मायावती ने पत्ता नहीं खोला है। यूपी को लेकर उन्होंने दावा किया है कि बसपा वहां काफी मजबूत है। बसपा यूपी में अपने बलबूते ही चुनाव लड़ेगी। पिछले दिनों यह चर्चा थी कि बसपा कुछ सीटों पर एनडीए के साथ मिलकर प्रत्याशी उतार सकती है। वहीं एक धड़े का यह भी दावा था कि विपक्षी दलों से भी बेहतर डील के लिए बसपा की बातचीत जारी है। लेकिन अब उन अटकलों पर मायावती ने विराम लगाया है।
बिहार में एआईएमआईएम के साथ हो सकता है गठबंधन
बिहार में भी मायावती अपने प्रत्याशी उतार सकती है। सूत्रों के अनुसार बसपा और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम बिहार में एक साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं। ओवैसी की पार्टी सीमांचल के जिलों में किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार सहित मधुबनी, दरभंगा, गया आदि संसदीय सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है। कहा जा रहा है कि ओवैसी और मायावती एक साथ मिलकर बिहार में चुनाव लड़ सकते हैं। मायावती की पार्टी बसपा भी बिहार में करीब आधा दर्जन सीटों और विशेषकर आरक्षित सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है।

About Post Author

You may have missed