महागठबंधन चुनाव के लिए लंगोट पहनकर तैयार, जो सामने होगा उसको पटक के हरा देंगे: भाई वीरेंद्र
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान से ठीक पहले सूबे की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। सोमवार को जहां पूरा राजनीतिक गलियारा चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर निगाहें गड़ाए बैठा है, वहीं राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने अपने बयानों से माहौल और तेज़ कर दिया है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन अब लंगोट पहनकर मैदान में उतरने को तैयार है और “जो भी सामने आएगा, उसको पटक के हरा देंगे। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग सोमवार शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान कर सकता है। आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से चर्चा पूरी कर ली है और अब औपचारिक घोषणा शेष है। बता दें कि 17वीं बिहार विधानसभा की अवधि 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रही है। ऐसे में यह लगभग तय है कि चुनाव की प्रक्रिया इसी महीने शुरू होगी ताकि नया विधानसभा सत्र समय पर गठित हो सके। चुनाव आयोग की संभावित घोषणा से पहले राजद के वरिष्ठ विधायक और प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि महागठबंधन पूरी तैयारी में है। उन्होंने कहा चुनाव आयोग जब भी ऐलान करे, आज करे या कल करे, हम लोग तो लंगोट पहनकर तैयार हैं। जो भी सामने आएगा, उसको पटक के हराने का काम करेंगे। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। सोशल मीडिया पर यह बयान तेजी से वायरल हो रहा है। समर्थक इसे उत्साह का प्रतीक बता रहे हैं, जबकि विपक्ष इसे “बेलगाम भाषा” करार दे रहा है। जब उनसे पूछा गया कि विपक्ष का आरोप है कि चुनाव में गड़बड़ी की जा सकती है और माहौल निष्पक्ष नहीं है, तो भाई वीरेंद्र ने कहा कि चुनाव पूरी तरह फेयर होना चाहिए। उन्होंने कहा चुनाव एकदम निष्पक्ष होना चाहिए। कोई भी व्यक्ति किसी भी जाति या बिरादरी का हो, सबको वोट देने का अधिकार मिलना चाहिए। कोई भी वोट से वंचित नहीं होना चाहिए। उन्होंने जोड़ा कि महागठबंधन इस बार जनता के बीच पूरी मजबूती से उतरेगा और जनता से मिले समर्थन के बल पर निर्णायक परिणाम देगा। हाल ही में चुनाव आयोग के साथ हुई राजनीतिक दलों की बैठक में राजद प्रतिनिधिमंडल ने भी अपनी बात रखी थी। बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने कहा था कि उनकी पार्टी को उम्मीद है कि इस बार बिहार में चुनाव निष्पक्ष तरीके से होंगे। तेजस्वी ने कहा था लोकतंत्र में जनता ही मालिक होती है। चुनाव किसी की मदद के लिए नहीं होने चाहिए। जनता को अच्छे माहौल में वोट देने का पूरा अधिकार है। वहीं सत्ता पक्ष द्वारा लगातार लालू-राबड़ी शासनकाल पर सवाल उठाए जाने पर भी भाई वीरेंद्र ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा हमारे नेता का शासन 20 साल पहले था। 20 साल से ये लोग सत्ता में हैं, लेकिन गिनती 35 साल पहले के दौर की कर रहे हैं। इन्हें ‘लालू फोबिया’ हो गया है। लालू यादव का भय इनके मन से नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब जनता सब देख और समझ रही है। बिहार की जनता इस बार बदलाव का मन बना चुकी है और महागठबंधन को सत्ता में लाने का फैसला कर चुकी है। महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर उठ रही चर्चाओं पर भी भाई वीरेंद्र ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि सीटों को लेकर अंदरखाने सभी बातें तय हो चुकी हैं, केवल औपचारिक घोषणा बाकी है। जैसे ही चुनाव आयोग तारीखों की घोषणा करेगा, वैसे ही हम भी सीट बंटवारे का ऐलान कर देंगे,” चुनाव की संभावित घोषणा से पहले ही पटना से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। सभी दल अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। वहीं सत्ताधारी एनडीए और महागठबंधन, दोनों ही पक्षों ने अपने प्रचार तंत्र को सक्रिय कर दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाई वीरेंद्र का यह बयान महागठबंधन के जोश और आत्मविश्वास को दर्शाता है, लेकिन विपक्ष इसे “अति आत्मविश्वास” के रूप में देख सकता है। बिहार में चुनावी नगाड़े बज चुके हैं। चुनाव आयोग की औपचारिक घोषणा का इंतज़ार है, लेकिन उससे पहले ही सियासी बयानबाज़ी से यह साफ़ है कि आने वाले दिनों में राजनीतिक पारा और चढ़ने वाला है।


