संसद भवन के उद्घाटन का विरोध करने पर बोले आरसीपी, मोदी के कार्यकाल में ही तेजी से हुआ निर्माण नही तो अबतक ताला लटका रहता

पटना। देश में नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को होना है। इस नए संसद भवन का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। वहीं, पीएम के उद्घाटन करने को लेकर बिहार समेत देशभर की तमाम विपक्षी दलों के तरफ से विरोध किया जा रहा है। इसी कड़ी में अब कुछ दिनों पहले भाजपा के शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बड़ा हमला बोलै है। आरसीपी सिंह ने कहा है कि विपक्ष को यह देखना चाहिए की यह काम कितनी तेजी से पूरा किया गया,वरना इससे पहले तो काम लटका रहता है। आरसीपी सिंह ने कहा कि, यह तो स्वीकार करना पड़ेगा न कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार चल रही है। पहले क्या होता था, भवन की आधारशिला रखने के बाद वर्षों लग जाते थे बनने में, ये तो बहुत ही सुखद है कि पीएम मोदी ने उसकी आधारशिला भी रखी और अब इसका उद्घाटन भी हो रहा है। हम तो सब लोगों से अपील करेंगे कि छोटी चीजों में मत पड़िये। इसमें अगर पड़िएगा तो इसका मतलब तो ये है कि यहां (बिहार) जो किए हैं वो भी गलत था। वहीं, जब उनसे यह सवाल किया गया कि बिहार के सीएम चाहते हैं कि नए संसद भवन का उद्घाटन देश की राष्ट्रपति के द्वारा किया जाना चाहिए। इसके जवाब से आरसीपी सिंह ने कहा कि, फिर तो कुछ दिन पहले बिहार विधानसभा में हुए कार्यक्रम का उद्घाटन भी यहां के राज्यपाल से करवाया जाना चाहिए था। लेकिन, ये लोग बस भारी बात करते हैं। देश में लोकतंत्र है। इसमें विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका है। ये लोग भारत के संविधान का बड़ा जिक्र करते हैं तो आप देखिए कि राज्य में जो संविधान का आर्टिकल 154 है, सारा कार्यपालिका का अधिकार राज्यपाल को मिला है, लेकिन राज्यपाल के निर्देश पर और उनके द्वारा जो भी नियुक्त किए गए पदाधिकारी होते हैं वो कार्यों का संपादन करते हैं। अब नीतीश कुमार सब जगह जाकर उद्घाटन करते हैं तो किसके बदले में करते हैं? नीतीश कुमार जो केंद्र की बात कर रहे हैं तो अपने यहां क्यों नहीं लागू करते हैं।

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