पटना में छात्रा को नशीला पदार्थ पिलाकर कई बार किया दुष्कर्म, आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज

पटना। राजधानी पटना से एक गंभीर और दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें 22 वर्षीय छात्रा को नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। यह घटना न केवल मानवता को शर्मसार करती है बल्कि छात्राओं की सुरक्षा पर भी बड़े सवाल खड़े करती है। पीड़िता झारखंड के गिरिडीह जिले की रहने वाली है और पटना के पत्रकारनगर थाना क्षेत्र में स्थित एक हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई कर रही थी। आरोप है कि कंकड़बाग निवासी प्रियांशु सिंह राजपूत नामक व्यक्ति ने छात्रा को नशीला पदार्थ देकर उसे बेहोश कर दिया और उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। इस दौरान पीड़िता की तबीयत बिगड़ने लगी, लेकिन डर और समाज की बदनामी के कारण वह यह बात किसी को बता नहीं पाई। घटना के बाद, जब पीड़िता ने हालात को संभालने में असमर्थता महसूस की, तो वह बिहारशरीफ स्थित अपने घर लौट गई। वहां उसने अपने परिजनों को इस घिनौनी घटना की पूरी जानकारी दी। परिजनों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पीड़िता को कंकड़बाग के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज किया गया। इसके बाद पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। पत्रकारनगर थाने के थानेदार ने बताया कि पीड़िता द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आरोपी प्रियांशु सिंह राजपूत के खिलाफ दुष्कर्म और नशीला पदार्थ देकर शोषण करने का मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस घटना की हर पहलू से जांच कर रही है ताकि इस घिनौनी हरकत के लिए दोषी को कानून के दायरे में लाकर सजा दी जा सके। यह घटना न केवल एक छात्रा के साथ हुए अन्याय की कहानी है, बल्कि यह समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बड़ी चिंता भी जाहिर करती है। छात्रावास जैसे स्थान, जिन्हें छात्रों के लिए सुरक्षित समझा जाता है, वहां इस प्रकार की घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। यह घटना सरकार, प्रशासन और समाज सभी के लिए चेतावनी है कि हमें महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक समाज में इस प्रकार की अमानवीय घटनाएं होती रहेंगी? महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को रोकने के लिए सख्त कानून और उसके प्रभावी क्रियान्वयन के साथ-साथ समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। अब यह देखना होगा कि पुलिस अपनी जांच को कितनी तेजी और निष्पक्षता से आगे बढ़ाती है और दोषी को सजा दिलाने में कितना सफल होती है। इस मामले में न्याय की उम्मीद सिर्फ पीड़िता ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को है।
