CM नीतीश व तेजस्वी को बुद्धि प्रदान करने के लिए रालोजपा का ‘सद्बुद्धि यज्ञ’, कहा- हर हाल में लागू करना होगा डोमिसाइल नीति
पटना। प्रदेश में शिक्षक भर्ती नियमावली से डोमिसाइल नीति को हटाने के बाद से शुरू हुआ सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। बता दे की बिहार में 1.70 लाख शिक्षकों की होने वाली भर्ती में डोमिसाइल नीति को हटा दिया गया है। यानि के अन्य राज्यों के अभ्यर्थी भी बिहार में शिक्षक बन सकते है। हालांकि, डोमिसाइल नीति लागू करवाने को लेकर एक तरफ शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर उतर कर आंदोलन कर रहे हैं। वहीं, अब दूसरी तरफ छात्र रालोजपा की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व डिप्टी CM तेजस्वी यादव को बुद्धि प्रदान करने के लिए ‘सद्बुद्धि यज्ञ’ किया गया। आगे छात्र नेता आकाश यादव ने कहा कि जिस तरीके से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का रवैया है। शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रति बेहद ही चिंताजनक है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार के छात्रों के पास योग्यता नहीं है। हमने डोमिसाइल नीति हटाकर बाहर के युवाओं को मौका दिया है। हम शिक्षा मंत्री से यह सवाल करना चाहते हैं कि आपके पार्टी के जो नेता है वह कहां से डबल एमए, मेडिकल, UPSC किए हैं। आगे छात्र नेता ने कहा कि 9वीं फेल के अंडर में मंत्री बनने वाला व्यक्ति, 9वीं के आशीर्वाद से शिक्षा मंत्री बनने वाला व्यक्ति। बिहार के किसान छात्र मजदूर के बेटे और बच्चों पर उंगली उठाए। ऐसे लोगों को तो यही मानेंगे कि इनका बुद्धि भ्रष्ट हो गया है। उन्हीं के लिए आज हम लोग यह सद्बुद्धि यज्ञ कर के काम ना कर रहे हैं कि इन लोगों को जल्द से जल्द भगवान सद्बुद्धि दे और यह लोग डोमिसाइल नीति लागू करें।
विदेश यात्रा पर हैं तेजस्वी
बता दे की डिप्टी CM तेजस्वी यादव विदेश यात्रा पर हैं। वह जैसे ही पटना पहुंचेंगे छात्र रालोजपा के कार्यकर्ता सड़क से लेकर के सदन तक आंदोलन करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि 5 जुलाई को स्वर्गीय नेता रामविलास पासवान के जयंती के बाद बिहार के सभी जिलों में हमारी पार्टी के द्वारा आंदोलन का शुरुआत कर दिया जाएगा। सरकार को किसी भी हाल में डोमिसाइल नीति को लागू करना पड़ेगा। बीते शनिवार को राजधानी पटना में शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति लागू कराने की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी सड़क पर उतरे थे। जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी। प्रदर्शन किया था। पुलिस के लाख समझाने के बाद भी शिक्षक अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया था।


