January 1, 2026

पटना में अस्सिटेंट इंजीनियर के कई ठिकानों पर छापेमारी, आय से अधिक संपत्ति का मामला, निगरानी विभाग ने की कार्रवाई

पटना। बिहार के निगरानी विभाग ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में ग्रामीण कार्य विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर नागेंद्र कुमार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की है। यह छापेमारी भ्रष्टाचार की बढ़ती शिकायतों के मद्देनजर की जा रही है और इसे विभाग के DSP स्तर के अधिकारी नेतृत्व कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, नागेंद्र कुमार मोकामा में तैनात हैं, लेकिन पटना के पॉश इलाकों में भी उनके कई ठिकाने हैं, जिनमें बोरिंग रोड स्थित श्रीकृष्णपुरी के स्नेह एनक्लेव और सरदार पटेल पथ के स्नेह प्लाजा अपार्टमेंट के फ्लैट शामिल हैं। यह कार्रवाई एक साथ कई जगहों—पटना और मोकामा स्थित आवास एवं कार्यालय—पर शुरू की गई। निगरानी विभाग की टीम को पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले इस साल रिकॉर्ड संख्या में शिकायतें मिली हैं, जिनमें से 70 से ज्यादा शिकायतें दस्तावेजी हो चुकी हैं और अब तक 69 अधिकारियों-र्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। छापेमारी दल ने आय से अधिक संपत्ति जुटाने के पुख्ता सबूत जुटाए हैं; शुरुआती जांच में पता चला है कि नागेंद्र कुमार ने अपनी वैध आय से लगभग 125% अधिक संपत्ति अर्जित की है।छापेमारी में दल को 73 लाख 32 हजार रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति के प्रमाण मिले हैं। ये सिर्फ शुरुआती आंकड़े हैं और अभी पूरी छानबीन की प्रक्रिया जारी है, जिससे संपत्ति की असली तस्वीर सामने आ सकती है। आमतौर पर ऐसे मामलों में विभाग द्वारा मूल्यांकन किया जाता है कि अधिकारी की आय और संपत्ति में कितना अंतर है; इस मामले में यह अंतर काफी बड़ा है, जो भ्रष्टाचार की गंभीरता को दर्शाता है। नागेंद्र कुमार मूल रूप से गया जिले के चंदौती थाना क्षेत्र के कुजाप गांव के निवासी हैं, लेकिन वर्तमान में पटना के श्रीकृष्णापुरी इलाके में रहते हैं। उनके पटना और मोकामा स्थित आवास और कार्यालयों सहित तीन ठिकानों पर निगरानी टीम ने एक साथ छापेमारी की है। इस तरह की संयुक्त कार्रवाई से विभाग का उद्देश्य स्पष्ट है—भ्रष्टाचार को खत्म करना और सरकारी अधिकारियों को जवाबदेह बनाना।पिछले कुछ वर्षों में निगरानी विभाग द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, और विभाग का कहना है कि इस साल शिकायतों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। जिस तरह से रेड किया गया, उससे साफ है कि विभाग भ्रष्टाचार की हर शिकायत पर तत्परता से कार्रवाई कर रहा है और प्रमाण मिलने पर सख्त कदम उठा रहा है। यह मामला बिहार में सरकारी कर्मचारियों में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियानों की एक कड़ी है, जिसमें बढ़ती शिकायतों पर जांच और कानूनी कार्रवाई को तेज किया गया है। असिस्टेंट इंजीनियर नागेंद्र कुमार के खिलाफ हुई छापेमारी से यह संदेश दिया गया है कि कोई भी अधिकारी कानून से ऊपर नहीं है, और वैध आय से अधिक संपत्ति रखने वालों के खिलाफ विभाग ठोस कार्रवाई करने को प्रतिबद्ध है। रेड पूरी होने के बाद और भी जानकारी सामने आ सकती है, जिससे इस भ्रष्टाचार के नेटवर्क का खुलासा संभव है।

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