परिवारवाद और भ्रष्टाचार की प्रतीक है राहुल-तेजस्वी की जोड़ी : प्रभाकर मिश्र

- ‘वोट अधिकार यात्रा’ को जनता नहीं दे रही भाव, पप्पू यादव को नहीं मिली तरजीह
पटना। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ पर जमकर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की जोड़ी परिवारवाद और भ्रष्टाचार की प्रतीक है। ये बिहार में घूम-घूमकर यह संदेश दे रहे हैं कि ये सत्ता पर काबिज होकर परिवारवाद और भ्रष्टाचार की जड़ें मजबूत करना चाहते हैं। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ ‘सियासत की बेकार यात्रा’ साबित होगी। इस बेकार यात्रा को जनता कोई भाव नहीं दे रही। राहुल की यात्रा महागठबंधन की लुटिया डुबोने का काम करेगी। इस यात्रा की सबसे खास बात यह है कि राहुल और तेजस्वी के बीच एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी है। वैसे तेजस्वी ने ड्राइविंग सीट पर बैठकर यह संदेश दे दिया है कि बिहार में कांग्रेस की नहीं, राजद की चलेगी। राजद जितनी सीटें देगा, कांग्रेस को उतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ेगा होगा। वहीं, राहुल गांधी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के माध्यम से राजद पर पॉलिटिकल प्रेशर बनाने की कोशिश में हैं, ताकि सीट शेयरिंग में कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा सीटें झटक सके। अपने बड़बोले के लिए जानेवाले पप्पू यादव को कोई तरजीह नहीं मिली। बिहार की जनता इन्हें अच्छी तरह जान चुकी है। कांग्रेस कभी भी बिहार का हित नहीं कर सकती। वहीं, राजद का तो शुरू से ही एजेंडा रहा है, ‘अपना काम बनता, तो भाड़ में जाए जनता।’ ये राजनीति में सेवा के लिए नहीं, मेवा खाने और अपनी तिजोरी भरने के लिए आये हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पहले ही बिहार को छोटा-मोटा राज्य बताकर बिहारियों का अपमान कर चुके हैं। कल सासाराम कि सभा में भी अपने भाषण में बिहारियों का अपमान किया है। लेकिन, खड़गे साहब को मालूम होना चाहिए कि बिहार भगवान महावीर, गौतम बुद्ध गुरु गोविंद सिंह जी, वीर कुंवर सिंह जी भूमि है। यह महात्मा गांधी के सत्याग्रह की भूमि है। बिहार के लोग कभी भी अपना अपमान सहन नहीं करेंगे और आगामी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को जोरदार पटखनी देंगे।
