सावन में प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंची माता वनदेवी का प्रसाद और चुनरी
बिहटा, (मोनु कुमार मिश्रा)। सावन माह में श्रद्धा और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिलता है। इसी भावना के साथ, हर वर्ष की तरह इस बार भी बिहटा के पत्रकारों ने एक विशेष परंपरा का निर्वहन करते हुए न केवल बिहार, बल्कि देश के कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों तक माता वनदेवी का प्रसाद और चुनरी श्रद्धापूर्वक पहुँचाई। यह परंपरा राघोपुर स्थित प्रसिद्ध मंदिर माता वनदेवी से जुड़ी है, जिन्हें विन्ध्यवासिनी माता का अंश माना जाता है। सावन माह में इस पवित्र प्रसाद और चुनरी को वरिष्ठ आईएएस एवं आईपीएस अधिकारियों को आशीर्वाद स्वरूप भेंट किया जाता है। मान्यता है कि माता वनदेवी के दर्शन और प्रसाद से भक्तों की मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। यही कारण है कि कई अधिकारी स्वयं भी माता के दरबार में पहुँचकर शीश नवाते हैं। इस पहल से जुड़े पत्रकारों का मानना है कि यह न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज के हर वर्ग को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से जोड़ने का एक प्रयास भी है। उनका विश्वास है कि सावन जैसे पवित्र माह में इस प्रकार की सेवा करना एक सौभाग्य की बात है। इस कार्य में बिहटा के वरिष्ठ पत्रकार अमित्रजीत सहित कई अन्य पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिनके सहयोग से यह पावन प्रसाद ससम्मान विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुँच सका। इन अधिकारियों ने भी इस धार्मिक भेंट को श्रद्धा और सम्मान के साथ स्वीकार किया। यह परंपरा न केवल धार्मिक आस्था को जीवित रखती है, बल्कि पत्रकारिता के मानवीय और सांस्कृतिक पक्ष को भी उजागर करती है।


