छपरा में मतदान केंद्र पर हंगाम : स्थानीय विधायक पर बूथ कब्जा का आरोप, आक्रोशित प्रत्याशीओं ने बूथ कैंसिल करने की मांग
छपरा। बिहार के छपरा के मशरक नगर पंचायत चुनाव में कर्मचारी भवन मतदान केंद्र पर बुधवार की दोपहर के बाद हंगामा से पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। पिछले कई चुनाव की पुनरावृति इस चुनाव में भी हुई। वहीं मुख्य पार्षद प्रत्याशी नलीन कुमार उर्फ जेपी और दुर्गेश कुमार गुप्ता ने दोपहर बाद पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में स्थानीय विधायक पर बूथ कब्जा करने का आरोप लगाया गया। वही उसके बाद प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई गई। वही इस मौके पर अन्य प्रत्याशी भी पहुंचे। बूथ कब्जा करने की शिकायत पर कोई कारवाई नहीं होता देख गुस्साए मुख्य पार्षद प्रत्याशी दुर्गेश कुमार गुप्ता ने अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतर एसएच 73 मुख्य पथ अवरुद्ध कर राज्य सरकार और प्रशासन के विरोध नारेबाजी करते हुए मतदान केंद्र के गेट एवम मुख्य मार्ग एसएच 73 पर बैठ आवागमन बाधित कर दिया। वही मुख्य पार्षद प्रत्याशी दुर्गेश कुमार गुप्ता ने स्थानीय विधायक पर अपने पसंदीदा उम्मीदवार के पक्ष में बुथ छपवाने में प्रशासन द्वारा मदद करने का आरोप लगाया था। वही इस अफरा-तफरी में डेढ़ घंटा मतदान बाधित रहा। वही चुनाव पर्यवेक्षक बिपिन शर्मा, SDO मढ़ौरा योगेंद्र प्रसाद, DSP इंद्रजीत बैठा, लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी मढ़ौरा तेजनारायन राय, अपर अनुमंडल पदाधिकारी नलिन प्रताप राणा सहित जोनल एवम सेक्टर मजिस्ट्रेट सहित अन्य पदाधिकारी से आक्रोशित भीड़ ने बूथ कैंसिल करने की मांग की।
वही इधर सड़क जाम के कारण थोड़ी ही देर में दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लग गयी। एम्बुलेंस भी जाम में फंसी रही। करीब 2 धंटे बाद पुलिस बल ने लाठी भांज हंगामा कर रहे मुख्य पार्षद पद के उम्मीदवार मीना देवी के पुत्र दुर्गेश कुमार गुप्ता एवम उनकी बहन सहित 2 महिला को को बल पूर्वक हिरासत में लिया। वही इस दौरान पुलिस बल ने हंगामा कर रहे लोगों को डंडे के बल पर खदेड़ा। वही मुख्य सड़क पर लगी स्क्रारपियो को अपने कब्जे में ले लिया। तब जाकर मुख्य मार्ग पर यातायात बहाल हुआ। हालांकि हंगामे के वक्त मात्र कुल 503 में 123 मतदान हुआ था। वही बूथ पर तैनात पोलिंग पार्टी ने भी शांति पूर्ण मतदान का दावा किया।