प्रधानमंत्री ने मुकेश सहनी को लिखा पत्र, पिता के निधन पर व्यक्त की शोक संवेदना

पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री ने मुकेश सहनी को एक संवेदनशील पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने इस कठिन समय में सहनी परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पत्र में लिखा कि इस दु:खद घड़ी में उनकी संवेदनाएं सहनी परिवार के साथ हैं। उन्होंने कहा, “एक प्रेरक व्यक्तित्व के रूप में पिता से मिलने वाला मार्गदर्शन जीवन की सबसे बड़ी निधि होती है। उनके निधन से आपके जीवन में आए सूनेपन की पीड़ा को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री ने आगे लिखा कि जीतन सहनी जी न केवल परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक आधार और प्रेरणास्रोत थे। उनके विचार, शिक्षाएं और जीवन-मूल्य सदैव परिवार के साथ बने रहेंगे। उन्होंने कहा, “आज वह सशरीर हमारे साथ नहीं हैं, पर उनकी शिक्षाएं और जीवन-मूल्य परिवार के साथ बने रहेंगे। ईश्वर आपके परिवार व शुभचिंतकों को यह दुख सहन करने का धैर्य और साहस प्रदान करें। जीतन सहनी के निधन से पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। मुकेश सहनी ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि उनके पिता हमेशा से उनके लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं और उन्होंने हमेशा उन्हें सही मार्ग पर चलने की सीख दी है। सहनी ने कहा, “पिता के निधन से हम सबको गहरा आघात पहुंचा है, लेकिन उनकी शिक्षाएं और मार्गदर्शन हमें हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देते रहेंगे। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने प्रधानमंत्री मोदी के पत्र को अपने परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण समर्थन माना और उन्होंने प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया। सहनी ने कहा, “प्रधानमंत्री जी का यह पत्र हमारे परिवार के लिए बहुत बड़ी सांत्वना है। उनके शब्दों ने हमें इस कठिन समय में संबल दिया है। प्रधानमंत्री के इस संवेदनशील कदम ने न केवल सहनी परिवार बल्कि पूरे समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि संकट के समय में सभी को एक-दूसरे के साथ खड़ा होना चाहिए। इससे यह स्पष्ट होता है कि देश के शीर्ष नेतृत्व को आम जनता की भावनाओं और उनके दुःख-दर्द की पूरी समझ है और वे उनके साथ हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिखे गए इस पत्र ने न केवल मुकेश सहनी और उनके परिवार को सहारा दिया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि मानवता और संवेदनशीलता हमेशा सबसे ऊपर होती है। प्रधानमंत्री का यह पत्र अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जिससे वे भी कठिन समय में एक-दूसरे के साथ खड़े होने का महत्व समझेंगे। जीतन सहनी जी के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी का यह पत्र इस बात का प्रमाण है कि देश के नेता न केवल प्रशासनिक मामलों में बल्कि व्यक्तिगत और मानवीय संवेदनाओं में भी अपनी गहरी रुचि और समझ रखते हैं। ऐसे समय में, जब देश कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, प्रधानमंत्री का यह संवेदनशील कदम एक सकारात्मक संदेश देता है।
जीतन सहनी की मौत पर जेपी नड्डा ने भी जताया है दुख
वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी को एक पत्र भेजा है। उन्होंने भी जीतन सहनी की मौत पर दुख जताया है। पत्र में जेपी नड्डा ने लिखा कि बीजेपी के सभी कार्यकर्ताओं की संवेदनाएं आपके परिजनों के साथ है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पत्र में लिखा, “आपके पूजनीय पिताजी श्री जीतन सहनी जी के देहांत के बारे में जानकर अत्यंत दुःख हुआ। इस अपूरणीय क्षति के समय में मैं और मेरी भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं की संवेदनाएं आपके और परिजनों के साथ हैं। उन्होंने आगे लिखा, “इस दुख की घड़ी में मैं परमेश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें, साथ ही आपको एवं आपके परिवारजनों को इस दुःख से उबरने की शक्ति प्रदान करें। वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी जी की दरभंगा में कुछ दिनों पहले चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

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