September 17, 2025

PM क्यों नहीं करा पा रहे हैं RSS प्रमुख मोहन भागवत से हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आह्वान : राजेश राठौड़

Rajesh Rathod

  • हर घर तिरंगा कार्यक्रम, कांग्रेस की वैचारिक जीत : राजेश राठौड़

पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा द्वारा चलाये जा रहे हर घर तिरंगा कार्यक्रम कांग्रेस की वैचारिक जीत का परिणाम है जो आजादी के 75वीं वर्षगांठ के बाद आरएसएस और फासीवादी विचारधारा के लोग अपने घरों में तिरंगा फहराने को मजबूर हुए। ये बातें बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कही। उन्होंने आगे कहा कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर प्रोफ़ाइल फोटो बदलकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने हिस्से का काम कर लिया है लेकिन अपने अनुयायियों को अब तक उन्होंने ऐसा करने के लिए पत्र या निर्देश नहीं जारी किया है जो यह बताने को काफी है कि वें इस अभियान में बेमन का काम कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि तिरंगा देशभक्तों की शान था और आजादी से पहले तिरंगा देशभक्तों की निशानी और अंग्रेजी हुकूमत की खिलाफत होती थी। उस वक्त तिरंगे को रखना भी जुर्म था और पकड़े जाने पर कठिन यातनाओं को सहना पड़ता था। तत्कालीन परिवेश में आजादी के दीवाने और कांग्रेसजन ने तिरंगे के नीचे अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी, उस दौर में भी आरएसएस और भाजपा के मातृ संगठन के लोग तिरंगे को नहीं अपनाएं थे और वर्तमान दौर में आरएसएस मुख्यालय पर भी वें राष्ट्र ध्वज फहराने से इनकार करते रहें थे, इसलिए हर घर तिंरगा कार्यक्रम स्वतंत्रता सेनानियों और लाखों शहीदों के प्रति अपनी कृतघ्नता और प्रायश्चित का नतीजा है। यह कांग्रेस की वैचारिक जीत है जो कांग्रेस ने आजादी के 75वें वर्ष पर ऐसी देशविरोधी ताकतों को हर घर तिरंगा फहराने को मजबूर कर दिया।

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