आयुष्मान भारत बीमा योजना: देश के 50 करोड़ गरीबों को नमो का तोहफा, जानें कैसे मिलेगा लाभ
रांची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुप्रतिक्षित आयुष्मान भारत बीमा योजना- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारंभ कर दिया है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत केन्द्र सरकार का देश के 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पांच लाख रुपए प्रति परिवार स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा मुहैया कराने का लक्ष्य है। सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के मुताबिक, ग्रामीण इलाके के 8.03 करोड़ और शहरी इलाके के 2.33 करोड़ गरीब परिवारों को उक्त योजना का लाभ होगा। यानि भारत के लगभग 50 करोड़ लोग इस योजना के दायरे में आएंगे। इसके साथ ही नेशनल हेल्थ एजेंसी ने नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस के तहत आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना की वेबसाइट और हेल्पलाइन को लांच कर दिया है। ऐसे में आप आयुष्मान योजना के लाभार्थी है या नहीं। यह जानने के लिए एनएचए द्वारा शुरू की वेबसाइट पर देख सकते हैं। साथ ही इससे संबंधित मदद के लिए आप हेल्पलाइन पर भी बात कर सकते हैं, अस्पतालों में आयुष्मान मित्र से भी मदद ले सकते हैं।
लाभार्थियों की सूची में नाम ऐसे जानें: आयुष्मान भारत- नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन मिशन (एबी-एनएचपीएम) को लागू करने वाली नेशनल हेल्थ एजेंसी (एनएचए) ने एक वेबसाइट तथा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिसके जरिए यह पता किया जा सकता है कि लाभार्थियों की अंतिम सूची में किसी व्यक्ति नाम है या नहीं। इसके लिए कोई व्यक्ति आयुष्मान भारत की वेबसाइट पर अपना नाम चेक कर सकता है या फिर हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल भी कर सकता है। लाभार्थी को अपना मोबाइल नंबर दर्ज कराना होगा, जिस पर ओटीपी के जरिए सत्यापन होगा और उसके बाद बिना किसी दस्तावेज के केवाईसी (अपने कस्टर को जानिए) की आॅनलाइन प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
योजना के तहत आयुष्मान मित्र भी हुए तैनात: आयुष्मान भारत योजना की देश के कई राज्यों और जिलों में पॉयलट प्रॉजेक्ट की शुरूआत हो चुकी है। ऐसे में लाभार्थियों की मदद करने के लिए आयुष्मान मित्र भी तैनात किये गये है।ये आयुष्मान मित्र आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की मदद करेंगे। वह लाभार्थी व हॉस्पिटल के बीच समन्वय स्थापित करेंगे।
इन अस्पतालों में होगा इलाज: उक्त योजना का लाभ देश भर में दस करोड़ परिवारों को मिलेगा। साथ ही इस योजना के लाभार्थी देश भर में सरकारी या प्राइवेट अस्पतालों में कैशलेस इलाज करा सकेंगे। इतना ही नहीं सभी राज्यों के सरकारी अस्पतालों को इस स्कीम में शामिल माना जाएगा। इसके साथ ही प्राइवेट और ईएसआई अस्पताल में भी शामिल रहेंगे। यहां मरीज को भर्ती कराने से लेकर उनका इंश्योरेंस कंपनी से भुगतान कराने का सारा काम आयुष्मान मित्र संभालेंगे।