PM मोदी द्वारा आंदोलनकारियों को आंदोलनजीवी, परजीवी एवं एफडीआई जैसे शब्दों से नवाजना गैर लोकतात्रिक : RJD

पटना। राजद के विधायक सह प्रवक्ता डॉ. रामानुज प्रसाद एवं राजद के प्रदेश महासचिव भाई अरूण कुमार ने बीते सोमवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री के द्वारा आंदोलनकारियों को आंदोलनजीवी, परजीवी एवं एफडीआई जैसे गैर लोकतांत्रिक शब्दों का प्रयोग करने पर गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति के द्वारा लोकतंत्र के मंदिर में ऐसे भाषा का प्रयोग गैरवाजिब ही नहीं बल्कि गैर लोकतांत्रिक भी है। प्रधानमंत्री के खिलाफ या उनके सरकार के खिलाफ यदि कोई व्यक्ति आंदोलन करता है, तो अगर वे अल्पसंख्यक समाज से आ रहे हैं तो उन्हें पाकिस्तानी बता दिया जाता है। अगर सिख सामाज से आते हैं तो उन्हे खालिस्तानी बता दिया जाता है और जाट, किसान आंदोलन करते हैं, तो उन्हें परजीवी, आंदोनलजीवी जैसे शब्दों से नवाजा जाता है और अगर देश के बाहर का व्यक्ति कुछ बोलते हैं तो उन्हे एफडीआई यानी फौरन डिस्टैक्टिव आईडिया कह कर दिगभ्रमित करने का काम करती है। राजद का मानना है कि भारत आंदोनलकारियों का देश है और हम जो स्वतंत्रता की सांस ले रहे हैं, वह महान स्वतंत्रता सेनानियों की देन है। राजद नेताओं ने पीएम मोदी से कहा कि ऐसी भाषा का प्रयोग करने के लिए देश की जनता से उन्हें माफी मांगनी चाहिए।

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