दानापुर में पेट्रोल पंप मालिक को चोरों ने निशाना, घर में की 56 लाख की चोरी, सीसीटीवी तोडा

पटना। दानापुर इलाके में एक बड़ी चोरी की घटना ने पूरे क्षेत्र को चौंका दिया है। प्रभात इंडियन ऑयल के मालिक राम शुक्ल प्रसाद के घर से चोरों ने करीब साढ़े 56 लाख की संपत्ति चुरा ली। इसमें लगभग डेढ़ लाख रुपए नकद और 55 लाख रुपए के सोने-चांदी के गहने शामिल हैं। घटना के वक्त घर बंद था और पूरा परिवार बेंगलुरु में रह रहा था। यह वारदात 2 जुलाई को हुई, लेकिन इसकी जानकारी घरवालों को 6 जुलाई को हुई।
पूरे घर में किया उत्पात
चोरी की यह घटना केवल सामान्य चोरी नहीं थी, बल्कि चोरों ने घर के भीतर उत्पात भी मचाया। उन्होंने न सिर्फ अलमीरा और किचन के लॉकर तोड़े बल्कि पूजा रूम में टॉयलेट किया और रसोई में जाकर पानी पीया। उन्होंने पूरे घर की बिजली काट दी और सीसीटीवी कैमरों के साथ उसकी रिकॉर्डिंग यूनिट (डीवीआर) को भी तोड़ दिया, ताकि किसी तरह का सबूत न बचे।
सीसीटीवी और लाइट काट कर की गई साजिशन वारदात
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि चोरों ने पूरी तैयारी के साथ इस वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने पहले घर की बिजली सप्लाई को काटा, जिससे सीसीटीवी बंद हो गया। फिर उन्होंने कैमरे और डीवीआर को नष्ट कर दिया। इससे यह स्पष्ट होता है कि वे पहचान छुपाने को लेकर पूरी तरह सतर्क थे और योजना के तहत इस वारदात को अंजाम दिया गया।
बेंगलुरु से लौटी बहू ने दर्ज कराई प्राथमिकी
घर की बहू पल्लवी यादव, जो बेंगलुरु में रहती हैं, ने इस चोरी की शिकायत दानापुर थाने में दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 2 जुलाई को जब उन्होंने बेंगलुरु से किसी स्टाफ को दस्तावेज लाने भेजा, तब चोरी का खुलासा हुआ। चोरी में कीमती गहनों के अलावा नकद, पीतल के बर्तन, कपड़े, यहां तक कि उनके बेटे का जैकेट भी चोर उठा ले गए। पल्लवी यादव का कहना है कि वह अभी भी इस सदमे से उबर नहीं पा रही हैं।
पुलिस जुटी जांच में, इलाके में दहशत
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने घर का निरीक्षण किया और चोरी का मामला दर्ज कर लिया। फिलहाल आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि चोरों की पहचान की जा सके। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस चौकी के नजदीक हुई वारदात ने खड़े किए सवाल
चोरी की यह घटना सगुना मोड़ पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। आम लोग अब खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं, खासकर जब थाने के पास भी चोर बेखौफ होकर वारदात कर रहे हैं। दानापुर की यह घटना न केवल आर्थिक नुकसान की कहानी है, बल्कि यह सिस्टम की लापरवाही और अपराधियों के बढ़ते मनोबल का संकेत भी देती है। पुलिस प्रशासन के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण मामला है और समय रहते इसका खुलासा आवश्यक है, ताकि लोगों का कानून व्यवस्था पर विश्वास बना रह सके। साथ ही, यह घटना लोगों को घर की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी तंत्र को और सुदृढ़ करने का संकेत देती है।
