PATNA : बिहार विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर चले पत्थर-लाठीचार्ज, तेज-तेजस्वी गिरफ्तार, दर्जनों घायल

पटना। बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बिहार में बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, महंगाई, भ्रष्टाचार, शिक्षा, स्वास्थ्य, संविदाकर्मी, शिक्षक अभ्यर्थियों की नियुक्ति और बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक के गठन के विरोध सहित जनसरोकार से जुड़े मुद्दों को लेकर पूर्व घोषित कार्यक्रम विधानसभा घेराव के तहत मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में जेपी गोलंबर, गांधी मैदान से विधायकों व सैकड़ों राजद कार्यकर्ताओं के साथ रवाना हुए। प्रदर्शनकारी अपने मांगों के समर्थन में नारा लगाते हुए विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे। इसी बीच डाकबंगला चौराहे पर पहले से खड़ी पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को बलपूर्वक आगे बढ़ने से रोका जाने लगा। इस पर प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग को हटाकर आगे बढ़ गए। तब पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पानी का बौछार किया गया। इस पर राजद प्रदर्शनकारी पुलिस पर पथराव करने लगे। जिससे कई पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी को चोटिल हो गए। जवाब में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पथराव के साथ हीं लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद भगदड़ मच गई। वहीं पुलिस दुकान-गली में छुपे प्रदर्शनकारियों को बाहर निकालकर बेरहमी से पीटा। इस प्रदर्शनकारी इधर-उधर भागते नजर आए। वहीं इस बीच पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव समेत अन्य नेताओं को हिरासत में ले चुकी थी। इन दोनों के अलावे प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह, अब्दुलबारी सिद्दिकी, जयप्रकाश नारायण यादव सहित सैंकड़ों नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।
राजद का आरोप
इधर राजद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस पर आरोप लगाया है कि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। जब तक वे कुछ समझ पाते तभी पुलिस प्रदर्शनकारियों पर ईंट और पत्थर के टुकड़े बरसाने लगे। परिणामस्वरूप दर्जनों की संख्या में प्रदर्शनकारी घायल हो गये, जिसमें दर्जनों प्रदर्शनकारियों की स्थिति काफी गंभीर है, जिनका इलाज पीएमसीएच, गार्डिनर रोड स्थित अस्पताल, शास्त्रीनगर अस्पताल सहित विभिन्न निजी अस्पतालों में चल रहा है।
तेजस्वी बोले, नीतीश कुमार समाजवाद के नाम पर कलंक
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज की घटना पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि नीतीश कुमार समाजवाद के नाम पर कलंक है, धब्बा है। लोहिया जयंती के दिन सड़क पर हमारे साथ नौकरी मांग रहे बेरोजगारों पर लाठीचार्ज और पत्थरबाजी करवाते हैं और उसी दिन सदन में काला पुलिसिया कानून लेकर आते हैं। हम सरकार की गुंडागर्दी नहीं चलने देंगे। चलाओ गोली मर्द हो तो। बेरोजगारी सहित जनसरोकार से जुड़े मुद्दों को लेकर हमारा संघर्ष और आंदोलन सदन से लेकर सड़क तक जारी रहेगा। किसी तानाशाह में वह शक्ति और सामर्थ्य नहीं है कि जो हमें हमारे संकल्पों से डिगा सके।
लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचल रही सरकार
युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष मो. कारी सोहैब एवं युवा राजद के प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरूण कुमार यादव ने कहा कि नीतीश सरकार पुलिसिया दमन एवं लाठीतंत्र के सहारे लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने पर तुली हुई है और आमजन और विशेष कर युवाओं की आवाज और अधिकार को सरकार रौंदने का काम कर रही है।
कार्यक्रम में ये रहे प्रमुख रूप से शामिल
विधानसभा घेराव कार्यक्रम में शामिल नेताओं में पूर्व विधान सभा अध्यक्ष उदय नारायण चैधरी, पूर्व मंत्री रमई राम, राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, पूर्व मंत्री विजय प्रकाश, शिवचन्द्र राम, शक्ति सिंह यादव, मो. नवाज आलम उर्फ अनवर आलम, शक्ति सिंह यादव, राजेन्द्र राम, आजाद गांधी, चितरंजन गगन, अनिल कुमार साधू, डॉ. उर्मिला ठाकुर, छात्र राजद अध्यक्ष आकाश यादव, चन्देश्वर प्रसाद सिंह, देवमुनी सिंह यादव महताब आलम, मदन शर्मा, फैयाज आलम कमाल, निराला यादव, डॉ. पे्रम कुमार गुप्ता, निर्भय अम्बेदकर, भाई अरूण कुमार, विक्की यादव, मुकेश यादव, शिवेन्द्र तांती, जेम्स कुमार यादव, रामराज कुमार, अभिषेक चन्द्रवंशी, मो. असरफ सहित दर्जनों विधायक,
पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, राजद के पदाधिकारी, युवा राजद के पदाधिकारी, अन्य प्रकोष्ठों के पदाधिकारी थे।

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