August 12, 2025

PATNA : मैनपुरा में सिलेंडर विस्फोट से होटल में लगी आग, इस साल अब तक सूबे में 2669 अगलगी की घटनाएं हुई

पटना। गर्मी के आगमन के साथ ही बिहार में आग लगने की घटनाओं में तेजी आ गई है। इस साल के जनवरी महीने से लेकर मार्च महीने तक राजधानी समेत पूरे बिहार में अगलगी की छोटी-बड़ी कुल 2669 घटनाएं हुई हैं। इनमें अलग-अलग जगहों पर कई जानें जा चुकी है, जिनमें मासूम बच्चे भी शामिल हैं। रविवार को राजधानी पटना के मैनपुरा इलाके में एक होटल में आग लग गई और तेज हवा की वजह से आग की लपटें थोड़ी ही देर में पूरे घर को कब्जे में ले लिया। अगलगी से मौके पर अफरातफरी मच गई। आनन फानन में लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पाटलिपुत्रा इलाके के मैनपुरा इलाके में सड़क किनारे होटल स्थित है, जिसमें आग लगी। आग लगने के बाद लोगों की भीड़ जुट गई। हवा तेज चलने के कारण होटल से आग की लपटें तेजी से दूसरे घरों की ओर भी बढ़ी। आनन फानन में आस-पास के घरों से लोगों को बाहर निकाला गया। खासकर बच्चों को वहां से हटाया गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि होटल में सिलेंडर विस्फोट के कारण आग लगी है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। घटनास्थल पर आग बुझाने में स्थानीय लोग भी मदद करने में जुटे रहे।
पटना समेत पूरे बिहार में अगलगी से निपटने का खास इंतजाम
राजधानी समेत पूरे पटना जिले में आग की घटनाओं से निपटने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। सबसे पहले तो पाटलिपुत्रा इंडस्ट्रियल एरिया, राजीव नगर, फतुहा, दीदारगंज, दिनकर गोलंबर और मीठापुर बस स्टैंड समेत 18 हॉट स्पॉट की पहचान की गई है। इन जगहों पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को प्री प्रोजिशन में रखा गया है। वैसे पूरे जिले में 223 कर्मियों के साथ फायर ब्रिगेड की कुल 82 गाड़ियों को रेडी मोड में रखा गया है। जबकि अगलगी की किसी भी घटना से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड की कुल 702 गाड़ियों को पूरे राज्य के अंदर आॅन रोड रखा गया है। सभी जिलों की दो गाड़ियों पर ‘प्रोक्सिमिटी शूट’ को प्रतिनियुक्त किया गया है, ताकि सूचना मिलते ही क्विक रिस्पांस दिया जा सके। सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स का बिजली विभाग के साथ मिलकर फायर आॅडिट किया गया है। 30 बड़े सरकारी बिल्डिंगों के साथ 241 बिल्डिंगों का भी फायर आॅडिट हुआ है। जिले में 182 स्थानों पर मॉक ड्रिल और जागरुकता कार्यक्रम किया गया है। पंचायत के जनप्रतिनिधियों के साथ 16 बार मीटिंग की गई और एक डायरेक्ट्री भी तैयार की गई है।
गैस सिलिंडर में आग लगने पर कैसे बचा जाये


इधर, खगौल के वार्ड नंबर 20 के कच्ची तालाब बरगद के पास गैस सिलिंडर में आग लगने पर कैसे बचा जाये, इसकी जानकारी जनता को देने के लिए अग्नि चालक रौशन कुमार सिंह, निरंजन कुमार एवं वार्ड पार्षद अलका कुमारी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। विशेषकर इसमें महिलाओं ने भाग लिया। रौशन सिंह ने बताया कि गैस सिलिंडर में आग लगने पर सीधा रखें, गिरा कर नहीं रखे। मोटे कपड़ा को भींगा कर जलते गैस सिलिंडर को बुझाया जा सकता है। इस मौके पर बिहार दैनिक यात्री संघ के सचिव शोएब कुरैशी, रंगकर्मी सज्जाद आलम, तनवीर आलम, शमशाद अनवर एवं दर्जनों महिलाओं व पुरुष उपस्थित थे।

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