पंजाब नेशनल बैंक में चोरी,आधा दर्जन कंप्यूटर समेत सीसीटीवी कैमरा तक ले गए चोर,पुलिस जांच में जुटी
पटना। मसौढी के धनरूआ बाजार स्थित पीएनबी में घुसकर बीते शुक्रवार की रात बदमाशों ने चोरी का असफल प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने कई आलमारी को तोड कागजातों का बिखेर दिया। साथ ही बदमाश बैंक से आधा दर्जन कम्प्यूटर सेट व दो सीसीटीवी कैमरे भी अपने साथ ले गए। घटना की जानकारी शनिवार की सुबह बैंक में झाडू देने आए चपरासी को हुई। उसकी सूचना पर मौके पर शाखा प्रबंधक, बैंक के वरीय अधिकारी व पुलिस पहुंची और मामले की तहकीकात में जुट गई। मिली जानकारी के मुताबिक बीते शुक्रवार की रात कुछ बदमाश बैंक के मुख्य गेट के उपर में लगे तीन वेंटिलेटरों में से एक बेंटिलेटर को तोडकर बैंक में घुस आए और अंदर से बैंक में लगें शटर व चैन ग्रील का ताला तोड दिए। इसके बाद बदमाशों ने बैंक में रखे हरेक आलमीरा के ताले को तोड उसकी तलाशी ली व कागजातों को बिखेर दिए। उन्होंने बैंक के शाखा प्रबंधक के कक्ष के बगल में रखे लॉक्र को तोडने का प्रयास किया। उसके बाद वे वहां से आधा दर्जन कम्प्यूटर, दो सीसीटीवी कैमरे,नोट गिनने की मशीन,प्रिंटर और इंवेटर – बैट्री उठा ले गए। इधर शनिवार की सुबह जब बैंक का चपरासी महेंद्र प्रताप यादव बैंक में झाडू देने पहुंचा तो उसे घटना की जानकारी हुई और उसकी सूचना पर बाद में मौके पर शाखा प्रबंधक कुंदन कुमार, सिक्युरिटी अधिकारी व पुलिस पहुंची। इसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई। पुलिस ने मौके से अपराधियों के दो जोडे चप्पल बरामद किया है। इधर बैंक के सिक्युरिटी अधिकारी ने बताया कि बदमाश 10 से 15 लाख रूपए के सामान उठा ले गए। इस संबंध में शाखा प्रबंधक ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
शाखा प्रबंधक कक्ष के पिछवाडे के कक्ष के बाद स्ट्रांग रूम होने के कारण बच गई नकदी
पीएनबी के शाखा प्रबंधक के कक्ष के बाद स्थित एक अन्य रूम के बाद बैंक का स्ट्रांग रूम था। और संभवत: इस कारण बदमाश उसे ढूंढ नहीं पाए और बैंक का कैश बच गया।
दिनभर बाधित रहा बैंक का काम
धनरूआ बाजार के पीएनबी में चोरी की घटना के कारण शनिवार को दिनभर बैंक का काम काम बाधित रहा और ग्राहकों को भी बैरंग लौटना पडा। हालाकि बैंक के सिक्युरिटी अधिकारी ने बताया कि सोमवार से बैंक में विधिवत व सुचारू रूप से काम शुरू हो जाएगा।
फुटेज से बदमाशों का पता लगाएगी पुलिस
थानाध्यक्ष सुमन कुमार ने बताया बैंक के नेट से उसके सीसीटीवी कैमरे कनेक्ट थे। बैंक के आईटी विभाग से उसकी फुटेज उपलब्ध कर अपराधियों की पहचान की जाएगी।