एक सप्ताह से लापता विवाहिता का शव बरामद,ग्रामीणों ने किया सड़क जाम,पुलिस पर लगे गंभीर आरोप

बख्तियारपुर-शुक्रवार को पिछले  एक सप्ताह से नयाटोला माधोपुर से लापता विवाहिता  रीतू (20)का शव बख्तियारपुर पुलिस ने घोसवरी गंगातट से बरामद की है।सूचना के अनुसार ससुराल वालों ने उसकी हत्या कर शव को बालू से दबाकर छिपा दिया था।जानकारी के अनुसार शुक्रवार को गंगा स्नान के लिए जाने वाली महिलाओं को घोसवरी गंगाघाट के समीप बालू के अंदर से एक महिला के हाथ को  बाहर निकलते हुए देखा।महिलाओं ने देखा कि वहां कुत्ते व कौवे भी मंडरा रहे थे।महिलाओं को वहां लाश दबा रहने की आशंका हुई तथा गंगा स्नान करने वालो ने इसकी सूचना पुलिस को दिया।सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुची तथा बालू को हटाकर  महिला के शव को बाहर निकाला।मृत महिला की हत्या कर चेहरे को कुचकर बूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।शव की पहचान नयाटोला माधोपुर के गणेश यादव की पत्नी रीतू देवी के रूप में हुई.जानकारी हो कि मृतिका पिछले एक सप्ताह से गायब थी.तथा इस सम्बंध में महनार थाना के ईसापुर निवासी रीतू के पिता उमेश साव ने दहेज के खातिर रीतू की हत्या का आशंका व्यक्त करते हुए उसके ससुराल वालों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी।
सड़क जाम के साथ ही ग्रामीणों ने किया पुलिस पर पथराव
रीतू के शव मिलने की सूचना मिलते ही उसके परिवार व अन्य ग्रामीण वहां भारी संख्या में जुटआये तथा शव को सड़क पर रख सड़क को जाम कर दिया।नतीजन एस एच-106पर वाहनों का आवागमन बिल्कुल ठप्प हो गया।जाम की सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी अशोक कुमार सिंह पुलिसबल के साथ वहां पहुचे तथा जाम को हटाने का प्रयास किया।लेकिन ग्रामीण कुछ सुनने को तैयार नही थे।इस बीच पुलिस के आवश्यक हस्तक्षेप से आक्रोशित हो जामकर रहे लोगो ने पुलिस पर पथराव कर दिया।मामले की नजाकत को समझते हुए अंचलाधिकारी ने इसकी सूचना एएसपी को दिया।जिसके बाद एएसपी ने मोर्चा सम्हाला तथा रैपिड एक्सन फोर्स की सहायता से जैम को हटाया
पुलिस पर लगाये गम्भीर आरोप
इस बीच मृतिका के पिता उमेश यादव ने पुलिस पर गम्भीर आरोप मढ़ते हुए कहा कि यदि समय पर प्रथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की गयी होती तो मेरी बेटी का जान बचाया जा सकता था।उसनर बताया कि बेटी के गायब होने की जानकारी मिलने के साथ ही मैंने 21 नबम्बर को ही एफआइआर दर्ज कराने थाना गया था।लेकिन पुलिस ने केस करने के बजाय मुझे डांट-फटकार कर भगा दिया।बाद में काफी मिन्नत के बाद 22 नबम्बर को माला दर्ज किया गया।उसने रट हुए बताया कि समय पर एफआईआर दर्ज करने के सर्च यदि रीतू को ढूढने की कोशिश की गयी होती तो शायद उसकी जान बच जाती।

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