कोरोना का कहर : PMCH में 4 महिलाओं की मौत, मंत्री मदन सहनी, प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद और एस सिद्धार्थ पॉजिटिव
पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थम नहीं रहा है। आए दिन लगभग दर्जन भर लोगों की मौत कोरोना से हो रही है। अब सीआईडी के इंस्पेक्टर राकेश कुमार की मौत कोरोना से हो गई है। वे 2009 बैच के अधिकारी थे। पीएमसीएच में भी बुधवार को 4 और मरीजों की मौत हो गई। ये सभी महिलाएं हैं। मरने वालों में बेतिया की एक 16 साल की लड़की भी शामिल है। इधर, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। वहीं गृह विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये 1990 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। उन्हें पटना एम्स में भर्ती कराया गया है। वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ भी कोरोना संक्रमित हैं।
यहीं नहीं, कोरोना संक्रमित पूर्व मध्य रेल, मुख्यालय, हाजीपुर के वरिष्ठ लेखा परीक्षक राजेश सिन्हा की हालत गंभीर बनी हुई है। पूर्व मध्य रेल, समस्तीपुर के वरिष्ठ मंडल लेखा परीक्षा दीपक कुमार की भी हालत नाजुक है। वे समस्तीपुर रेल मंडल अस्पताल में भर्ती हैं। पीएमसीएच के प्रिंसिपल विद्यापति चौधरी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इससे पीएमसीएच में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत समेत कई अधिकारी सोमवार को उनके संपर्क में आए थे।
पटना में सरकारी अस्पतालों के बेड फुल
पीएमसीएच में जिन 4 मरीजों की जान गई, उनमें आरा निवासी 45 साल की महिला के अलावा मुंगेर निवासी 56 साल और पटना के कदमकुआं निवासी 70 साल की वृद्धा शामिल हैं। यहां अभी कुल 98 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं। इस अस्पताल के कोविड वार्ड में अब मात्र 2 बेड खाली हैं। पटना जिले में सारे सरकारी अस्पतालों के बेड फुल हो गए हैं। जिले के अंदर अस्पतालों में 1092 बेड हैं, जिसमें 832 फुल हैं। इनमें सरकारी अस्पतालों के 359 में से सभी बेड भर गए हैं। जबकि निजी अस्पतालों में 733 बेड हैं, जिनमें 473 फुल हैं और अब मात्र 260 खाली हैं। पटना स्थित एम्स, पीएमसीएच और एनएमसीएच में बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसके अतिरिक्त 10 आइसोलेशन सेंटर हैं, जिनकी क्षमता 775 है। इनमें अभी 55 लोग रह रहे हैं।
गया में दो ने दम तोड़ा, टीका हुआ खत्म
उधर, गया में दो कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। एक की सुबह में तो दूसरे की दोपहर में मौत हुई। दोनों एएनएमएमसीएच में भर्ती थे। सुबह में जिसकी मौत हुई उसकी उम्र 45 साल थी और वह जहानाबाद जिले का रहने वाला था और दोपहर में जिसकी जान गई उसकी उम्र 66 वर्ष थी, वह गया जिले का ही रहने वाला था। वहीं गया के मानपुर टीका केंद्र पर बुधवार को कई लोगों को निराश लौटना पड़ा। यहां कोरोना वैक्सीन के 10 वॉयल आए थे। कुल 200 लोगों को टीका लगाया गया। उसके बाद टीका खत्म हो गया। कई लोग इस इंतजार में बैठे रहे कि टीका लगेगा, लेकिन जब उन्हें बताया गया कि टीका खत्म हो गया है, तो वे निराश होकर लौट गए।