छठ को घाट तैयार, मजिस्ट्रेट, पुलिस को कराया कर्तव्यबोध

गंगा में नहीं चलेगी नौका, आतिषबाजी पर रोक

पटना। डीआईजी राजेश कुमार, डीएम कुमार रवि एवं एसएसपी मनु महाराज ने शनिवार को ज्ञान भवन स्थित बापू सभागार में छठ में विधि-व्यवस्था संधारण एवं महापर्व छठ प्रबंधन से संबंधित संयुक्त ब्रीफिंग की।
डीआईजी ने प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारियों एवं सेक्टर दंडाधिकारियों को कहा कि छठ महापर्व लोक आस्था का महापर्व है। इसकी गौरवमयी परम्परा का पालन करते हुए लाखों छठव्रती छठ महापर्व करते हैं। उनकी सेवा में हमें भागीदार बनना है। अपने महत्वपूर्ण कर्तव्यों का निर्वहन करना है। पूरी सावधानी एवं मुस्तैदी से अपने कर्तव्यों का पालन करें। अगर फिर भी कोई घटना घट जाए, तो इसकी सूचना नियंत्रण कक्ष को दें। उन्होंने कहा कि सभी छठ घाटों पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं गोताखोरों को लगाया गया है। छठ पर्व पर बोट के परिचालन पर रोक रहेगा। सभी एसडीपीओ भ्रमणशील रहेंगे तथा प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों एवं दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति स्थल पर उपस्थिति को भी जांचेंगे। छठ पर लोग अपने घर को बंद कर के घाटों पर आ जाते हैं। उन सबों के घरों की सुरक्षा के लिए सभी थाना प्रभारी पेट्रोलिंग की व्यवस्था करेंगे। डीएम कुमार रवि ने कहा कि छठ पर शांति एवं विधि-व्यवस्था के साथ-साथ अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बल से साथ-साथ गोताखोर, चिकित्सा दल, एम्बुलेंस के साथ चिकित्सक एवं विद्युत विभाग के पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर की गई है। गश्ती दल के लिए मोटर लांच एवं टाॅर्च, लाइफ जैकेट, गोताखोर एवं अन्य उपस्करों की व्यवस्था एडीएम आपदा प्रबंधन द्वारा की जाएगी। संबंधित मोटर लांच पर साईनेज एवं फ्लैक्स होगा। छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के बचाव तथा विधि-व्यवस्था संधारण को दृष्टिगत कर मोटरबोट एवं अन्य संसाधनों के साथ अलग से नाविक एवं गोताखोरों के साथ-साथ एनडीआरएफ/एसडीआरएफ की भी प्रतिनियुक्ति की गई है। एसडीओ बाढ़/दानापुर अपने-अपने अनुमंडल क्षेत्र में पड़ने वाले गंगा नदी के सभी घाटों पर जांच कर आवश्यकतानुसार गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति नाव, नाविक, जल एवं अन्य संसाधन के साथ करना सुनिश्चित की गई है तथा इसके अतिरिक्त अपने नियंत्रण कक्ष में 10 को पूर्वाह्न से 14 नवम्बर के मध्याह्न तक दो गोताखोरों एवं एक-एक महाजाल सुरक्षित रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। इसी प्रकार मसौढ़ी एवं पालीगंज के एसडीओ अपने-अपने क्षेत्रों में पड़ने वाली नदियों एवं बड़े तालाबोंपर भी व्यवस्था करेंगे। पटना शहरी क्षेत्र में बड़ी संख्या में छठव्रती अपने घर के नजदीक के तालाब एवं जलाशयों में अर्घ्य देते हैं। वैसे स्थलों पर भारी भीड़ जमा होने की संभावना को देखते हुए संबंधित सभी एसडीओ, सभी बीडीओ, सभी सीओ एवं सभी थानाध्यक्ष द्वारा तालाबों/जलाशयों पर भी विधि-व्यवस्था, गोताखोर, महाजाल एवं अन्य आवश्यक व्यवस्था अपने स्तर से सुनिश्चित करेंगे। भीड़ नियंत्रण हेतु पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था, जिससे किसी भी कारण से विपरीत स्थिति उत्पन्न होने पर भीड़ को नियंत्रित किया जा सके एवं भगदड़ आदि की स्थिति उत्पन्न न हो। भीड़ को नियंत्रित करने हेतु छठ पूजा समिति, महिला एवं पुरुष वाॅलेनटियर को चिन्ह्ति करते हुए परिचय पत्र निर्गत करेगी एवं उन्हें घाटों पर प्रतिनियुक्ति करेगे। किसी भी घाट पर चचरी पुल का निर्माण नहीं कराया जाए। छठ पूजा समिति भी कहीं पर चचरी पुल का निर्माण नहीं करेगी। घाटों पर यथासंभव छठव्रतियों के आने एवं घाट से वापस लौटने हेतु अलग-अलग मार्ग के उपयोग की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए एवं एक ही रास्ता के उपलब्धता की स्थिति में चौड़ाई को देखते हुए बैरिकेडिंग/रोप बैरिकेडिंग/ह्यूमन चेन की व्यवस्था करायी गयी है। सभी महत्वपूर्ण घाटों/पहुंच पथों पर आवश्यकतानुरूप वाच टावर की व्यवस्था की गयी है। घाट पर किसी भी आपत्तिजनक वस्तु/कार्टून/स्लोगन का प्रदर्शन नहीं होने दिया जाय। मुख्य सड़क से घाट को जोड़ने वाली सम्पर्क सड़क के साथ घाट के सीढ़ियों की अपेक्षित मरम्मत की जाए एवं यह सुनिश्चित किया जाय कि घाट में किसी तरह का फिसलन न हो। सुरक्षा जांच में सहयोग करने/संदिग्ध वस्तु एवं व्यक्तियों के संबंध में तत्काल प्रशासन को सूचित करने/किसी भी अफवाह से बचने आदि से संबंधित सूचना घाट में विभिन्न स्थलों पर फ्लैक्स पर प्रिन्ट कराकर प्रदर्शित कराया जा रहा है। सभी घाटों पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की गयी है एवं इसकी निर्बाध व्यवस्था हेतु जेनरेटर एवं इमरजेंसी लाईट की व्यावस्थस के निदेश दिये गये हैं। घाटों पर किसी भी तरह के आतिशबाजी पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। खतरनाक घाटों पर बांस-बल्ला में लाल झंडा/लाल कपड़े से घेरकर उसे चिन्ह्ति किया गया है। दानापुर के पांच घाटों पर नगर परिषद एवं जहाज घाट, रामजीचक घाट से लेकर दीदारगंज तक घाटों एवं उनके पहुंच पथों एवं अस्थायी पार्किंग तक रोशनी की व्यवस्था पटना नगर निगम द्वारा किया गया है।
पटना शहरी क्षेत्र स्थित गंगा नदी के सभी घाटों पर निर्धारित संख्या में शौचालय एवं यूरिनल की व्यवस्था पीएचईडी पटना पूर्वी एवं पटना पश्चिमी प्रमंडल द्वारा अपने क्षेत्रान्तर्गत घाटों पर करायी जा रही है। छठ पर्व पर छठ कोषांग एवं सभी संबंधित विभाग यथा-पटना नगर निगम, विद्युत कार्य प्रमंडल, पेसू, जल संसाधन विभाग, पथ निर्माण, भवन निर्माण, सिविल सर्जन, पीएचईडी इत्यादि के नोडल पदाधिकारी जिला नियंत्रण कक्ष में 11 नवम्बर से पर्व की समाप्ति तक प्रतिनियुक्त रहेंगे ताकि आवश्यकतानुरूप उनके विभाग से दी जाने वाली सुविधाओं में किसी प्रकार की कठिनाई आने पर अथवा किसी विपरित परिस्थिति में कोई कठिनाई न हो। पेय जलापूर्ति को सुचारू रखने एवं आॅपरेशनल कार्यावधि बढ़ाने हेतु नगर मुख्य अभियंता, पटना जल पर्षद तथा पटना नगर निगम के द्वारा आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही छठव्रतियों के आने वाले मुख्य मार्गों एवं घाट के पहुंच पथों पर पेयजल हेतु पर्याप्त संख्या में पटना नगर निगम एवं पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता (यांत्रिकी) के सहयोग से वाटर टैंकर की व्यवस्था रखेंगे। पाइन का पानी और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था होगी। जिला नियंत्रण कक्ष/पटना सिटी/महेन्द्रू/गांधी घाट/दीघा/दानापुर एवं अत्यधिक भीड़ वाले घाटों पर संबंधित एसडीओ फायर कार्यालय से समन्वय स्थापित कर आवश्यकतानुरूप फायर टेंडरों की प्रतिनियुक्ति अग्निशाम पदाधिकारी के माध्यम से करायेंगे। ट्रेफिक एसपी से प्राप्त यातायात के लिए बैरिकेडिंग/ड्राॅपगेट के प्रस्ताव के अनुकूल यह कार्य अपने-अपने क्षेत्रों में संबंधित कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग द्वारा किया जाना है। प्रत्येक वाच टावर पर प्रतिनियुक्त पुलिसकर्मियों को एक-एक हैण्ड होल्ड माईक, वायनाकूलर तथा ड्रेगन लाईट पुलिस उपाधीक्षक, प्रारक्ष, नवीन पुलिस केन्द्र द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। इसी प्रकार सुरक्षित घाटों के क्षेत्र को भी पीले-उजले कपड़े से डिमार्केट किया गया है ताकि छठव्रती एवं उनके परिजन इसी क्षेत्र में रहकर सुरक्षित पूजा अर्चना करें। महत्वपूर्ण घाटों पर 100 सीसीटीवी की व्यवस्था नजारत उप समाहर्त्ता, पटना द्वारा करायी जा रही है। सभी अनुमंडल पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों के घाटों की विडियोग्राफी दंडाधिकारी के पर्यवेक्षण में सुनिश्चित करायेंगे। यथा-सभी घाट, सभी सम्पर्क पथों के मोड़ पर एवं अन्य भीड़-भाड़ एवं संकीर्ण पथों पर विडियोग्राफी की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय। छठ को बेहतर ढंग से सम्पन्न कराने हेतु जिला स्तर पर सेक्टर पदाधिकारियों/छठ पूजा समिति/प्रायोजक के साथ बैठक की गयी है। बैठक में उनके सुझाव भी लिये गये हैं ताकि बेहतर समन्वय स्थापित रहे एवं छठ पर्व के अवसर पर होने वाली व्यवस्थायें बेहतर से बेहतर हो सके। इस संबंध में महत्वपूर्ण घाटों पर चल रहे कार्यों के पर्यवेक्षण एवं समन्वय हेतु वरीय पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त भी किया गया है।
छठ कोषांग के पदाधिकारियों को निदेशित है कि सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर सभी घाटों पर साफ-सफाई, बिजली, जेनरेटर, पेयजल, शौचालय, चेंजिंग रूम, बैरिकेडिंग इत्यादि की आवश्यक व्यवस्था का स्थलीय निरीक्षण करते हुए त्रुटियों के निराकरण हेतु ससमय कार्रवाई करेंगे तथा कृत कार्रवाई के संबंध में जिलाधिकारी को नियमित रूप से प्रतिवेदित करना सुनिश्चित करेंगे। छठ कोषांग त्योहार सम्पन्न होने तक सतत क्रियाशील रहेंगे। साथ ही जिलाधिकारी ने सभी पुलिस पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि छठ घाटों पर पटाखा चलाने अथवा उसकी बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 314 अस्थायी शौचालय, 556 अस्थायी यूरिनल एवं 90 चापाकल, 609 अस्थायी चेंजिंग रूम, यात्री शेड एवं 200 वाच टावर की व्यवस्था की गई है। गंगा नदी के घाटों पर छठ पर्व हेतु एप्रोच पथ का निर्माण, आवश्यकतानुसार पुलिया/कलवर्ट का निर्माण, चेंजिंग रूम, नियंत्रण कक्ष, पानी के अंदर बैरिकेडिंग, घाटों एवं एप्रोच पथ पर रौशनी की व्यवस्था विभिन्न कार्यकारी एजेंसियों के द्वारा की गयी है। इसके अतिरिक्त असुरक्षित घाटों अथवा नदी के उपर असुरक्षित क्षेत्र को भी बैरिकेट कर घेराबंदी की गयी है। नदी के घाटों पर रौशनी की व्यवस्था हेतु पर्याप्त संख्या में जेनरेटर आदि लगाये गये हैं। पर्व के सुरक्षित समापन हेतु इन कार्यों की ठोसता की जांच आवश्यक है। घाटों पर की गयी इन व्यवस्थाओं के संबंध में संबंधित पदाधिकारी के द्वारा जांचोपरान्त ठोसता प्रमाण-पत्र जिला नियंत्रण कक्ष में समर्पित किया जायेगा।
इस अवसर पर वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने कहा कि पिछले कई वर्षों से इस वर्ष छठ महापर्व की बेहतरीन तैयारी है। नगर निगम की तैयारी बहुत अच्छी है। उन्होंने कहा कि पुलिस बल एवं पदाधिकारियों की कमी नहीं है। प्रतिनियुक्ति के अलावा आवश्यकतानुसार पुलिस बल एवं पदाधिकारियों को उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में पूर्ण नियंत्रण रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों एवं असामाजिक तत्वों की पहचान कर उन पर कड़ी कार्रवाई करें।

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