केशवराय और मिरचाई घाट पर छठ करने को पदाधिकारियों को बनाया बंधक

पटना सिटी (आनंद केसरी)। प्रशासन के द्वारा जिन घाटों को खतरनाक घोषित किया जाता है, बाद में ये वक्त पर उसे बना कर श्रद्धालुओं के लिए तैयार कर दिया जाता है। ताजा मामला केशव राय घाट और मिरचाई घाट को खतरनाक घोषित करने को लेकर है। एसडीओ की रिपोर्ट पर डीएम कुमार रवि ने यहां के 8 घाटों को खतरनाक घोषित किया था। गुरुवार को पूर्वाहन सेक्टर पदाधिकारी सह एडीएम सप्लाई निर्मल कुमार, एसडीओ राजेश रौशन और नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार मिश्रा दल-बल के साथ घाटों का मुआयना करने निकले थे। इसी दौरान मिरचाई घाट पर नवयुवक विकास सेवा समिति के अध्यक्ष प्रभात जयसवाल के नेतृत्व में पदाधिकारियों के वाहनों को रोक बंधक बना लिया गया। उनका कहना था कि पानी में इतनी गहराई नहीं है। गहराई महज 5 फीट किनारा पर है। अगर घाट का स्लोप बना दिया जाए, तो यहां छठ पर्व किया जा सकता है। एसडीओ राजेश रौशन का कहना था कि जल संसाधन विभाग के द्वारा घाटों का मुआयना किया गया था। इसी दौरान केशव राय घाट और उससे सटे मिरचाई घाट को खतरनाक घोषित किया गया है। पानी की गहराई काफी अधिक नहीं है और इसमें सलोप यानी सीढ़ी बनाकर छठ पर्व के लिए दोनों घाटों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस संबंध में नगर निगम के आयुक्त, कार्यपालक अभियंता और जिला अधिकारी को सूचित किया जाएगा। इस संबंध में जो भी आदेश प्राप्त होगा, उस अनुसार कार्य किया जाएगा। इधर नवयुवक विकास सेवा समिति के अध्यक्ष प्रभात जायसवाल का कहना है कि शुक्रवार तक यदि प्रशासन कोई निर्णय नहीं लेता है, तो वे लोग पर आंदोलन करेंगे। फिलहाल मिरचाई घाट और केशव राय घाट पर श्रद्धालुओं को जाने से रोकने के लिए प्रशासन के द्वारा बेरिकेडिंग लगा दिया गया है।

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