पटना एयरपोर्ट की 8 फ्लाइट 14 मई तक रद्द, सुरक्षा कारणों से लिया गया फैसला

पटना। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब आम नागरिकों की हवाई यात्रा पर भी दिखने लगा है। इसी कड़ी में पटना एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली आठ फ्लाइट्स को 14 मई तक रद्द कर दिया गया है। इन फ्लाइट्स में चंडीगढ़ और भुवनेश्वर जैसे प्रमुख शहरों के लिए उड़ानें शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी अलर्ट के बाद यह फैसला लिया गया है, ताकि किसी भी संभावित हमले से नागरिकों की जान-माल की रक्षा की जा सके।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सतर्कता
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हालात को देखते हुए पूरे देश के हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। रिपोर्ट्स के अनुसार देश के दो दर्जन से अधिक एयरपोर्ट पर उड़ानों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इनमें वे एयरपोर्ट शामिल हैं जो सीमा क्षेत्र के नजदीक स्थित हैं या जिन्हें संभावित खतरे के रूप में चिह्नित किया गया है। ऐसे में पटना एयरपोर्ट से संचालित कुछ उड़ानों को भी रद्द किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से बचा जा सके।
यात्रियों में बढ़ी चिंता और असमंजस
फ्लाइट रद्द होने का सबसे ज्यादा असर उन यात्रियों पर पड़ा है जिनकी यात्रा पहले से निर्धारित थी। शुक्रवार शाम तक लगभग 2800 यात्रियों ने अपनी बुकिंग रद्द करा दी थी। इसके अलावा खाड़ी देशों जैसे सऊदी अरब जाने वाले कनेक्टिंग फ्लाइट्स के टिकट भी रद्द किए जा रहे हैं। आने वाले समय में 30 जून तक करीब 1000 से 1500 यात्री अपने टिकट रद्द करा सकते हैं। इन परिस्थितियों ने यात्रियों में भ्रम और चिंता की स्थिति उत्पन्न कर दी है।
पाकिस्तान की ओर से खतरे की आशंका
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से यात्रि विमानों को निशाना बनाए जाने की आशंका जताई जा रही है। हाल ही में हुई घटनाओं और सीमा पर लगातार हो रही गोलीबारी के मद्देनजर यह अनुमान लगाया गया है कि पाकिस्तान किसी बड़े हमले की योजना बना सकता है। इसीलिए देश के भीतर हवाई सुरक्षा को उच्च स्तर पर ले जाया गया है।
स्थानीय प्रशासन और एयरपोर्ट की तैयारी
पटना एयरपोर्ट प्रशासन ने भी इस परिस्थिति को गंभीरता से लिया है। एयरपोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। सीआईएसएफ की तैनाती के साथ-साथ विशेष निगरानी दल भी लगाए गए हैं। यात्रियों से अपील की गई है कि वे घबराएं नहीं और एयरपोर्ट की ओर से दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।
एहतियाती कदमों की आवश्यकता
वर्तमान हालात को देखते हुए यह फैसला भले ही असुविधाजनक लग सकता है, लेकिन यह एक जरूरी एहतियात है। देश की सुरक्षा सबसे ऊपर है और ऐसे में कुछ अस्थायी कठिनाइयों को सहन करना जरूरी हो जाता है। उम्मीद है कि जैसे ही हालात सामान्य होंगे, उड़ान सेवाएं फिर से पूर्ववत बहाल कर दी जाएंगी।
यात्रियों से सहयोग की अपील
एयरपोर्ट प्रशासन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यात्रियों से सहयोग की अपील की है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पहले संबंधित एयरलाइन से संपर्क कर स्थिति की जानकारी लें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। साथ ही, सुरक्षा जांच में पूरा सहयोग करें ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके।
