PATNA : आयोजित हुआ विश्व पैथोलौजी दिवस समारोह, विकलांगों को दिए गए तिपहिया साइकिल एवं चल-कुर्सी

पटना,फुलवारीशरीफ। विश्व पैथोलौजी दिवस पर  भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत संचालित समेकित पुनर्वास केंद्र के सौजन्य से मंगलवार को बेउर स्थित इंडियन इंस्टिच्युट ऑफ हेल्थ एडुकेशन ऐंड रिसर्च में विकालांग पुनर्वास शिविर लगाया गया। जिसमें 21 दिव्यांगों को तिपहिया साइकिल, चल कुर्सी आदि सहाय्य सामग्री निःशुल्क प्रदान की गई। वही इस शिविर का उद्घाटन करते हुए, पटना उच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा-विज्ञान में पैथोलौजी की भूमिका सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है। क्योंकि इसी माध्यम से एक चिकित्सक जान पाता है कि रोगी किस समस्या से पीड़ित है। वही वरिष्ठ पैथोलौजिस्ट डॉ. धनेश कुमार ने कहा कि पैथोलौजी आधुनिक चिकित्सा-विज्ञान का नेत्र है। यही एक चिकित्सक का मार्ग-दर्शन करता है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दयानंद प्रसाद सिंह ने लैब टेक्नोलौजी के विद्यार्थियों को उनके कार्यों का महत्त्व बताते हुए, कहा कि यह ऐसा क्षेत्र है।

जिसमें जो जितना श्रम-पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करेगा, वह उतना ही श्रेष्ठ टेक्नोलौजिस्ट बनेगा। इसमें की गई कोई भी भूल रोगी को गम्भीर संकट में डाल सकती है। वही उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए  संस्थान के निदेशक-प्रमुख डॉ. अनिल सुलभ ने कहा कि उनका संस्थान में अबतक 300 से अधिक विकालांग पुनर्वास शिविर और साढ़े चार सौ से अधिक स्वास्थ्य शिविर लगाए जा चुके हैं। जिनमें हज़ारों की संख्या में विकालांगजनों के बीच तिपहिया साइकिल, ह्वील-चेयर, श्रवण-यंत्र, कृत्रिम अंग-उपांग, अंधछड़ी आदि का वितरण किया गया है और हज़ारों सर्जिकल करेक्शन भी किए गए हैं। वही इस अवसर पर संस्थान के प्रशासी अधिकारी सूबेदार संजय कुमार, डॉ. विकास कुमार सिंह, डॉ. संजीता रंजना, डॉ. नवनीत कुमार झा, प्रो मधुमाला, प्रो चंद्रा आभा, प्रो जया कुमारी, सरदार परमजीत सिंह समेत बड़ी संख्या में संस्थान के चिकित्सक, शिक्षक एवं छात्र-गण उपस्थित थे।

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