स्कूलों में सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए अब छात्रों के अभिभावकों को देना होगा शपथपत्र, निर्देश जारी

पटना। सरकारी स्कूलों में छात्रों को दी जाने वाली सरकारी योजनाओं के लाभ को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने एक नया निर्देश जारी किया है। इस निर्देश के अनुसार, अब छात्रों के माता-पिता को यह सुनिश्चित करना होगा कि सरकार द्वारा प्रदान की गई राशि का उपयोग सही तरीके से हो रहा है। इसके लिए अभिभावकों को एक शपथ पत्र देना होगा, जिसमें यह बताना होगा कि साइकिल, पोशाक, और छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं के तहत मिली राशि को किस उद्देश्य के लिए खर्च किया गया है। यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि शिक्षा विभाग को निरीक्षण के दौरान पता चला कि कई मामलों में छात्रों को दी गई राशि का सही उपयोग नहीं हो रहा है। उदाहरण के लिए, कई परिवारों में छात्रों के लिए खरीदी गई साइकिल का उपयोग परिवार के अन्य सदस्य कर रहे हैं, जबकि ड्रेस के अभाव में छात्र स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। इसके अलावा, छात्रवृत्ति की राशि का भी सही तरीके से उपयोग नहीं किया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने बताया कि अब अभिभावकों को योजनाओं के तहत मिली राशि के खर्च का हिसाब देना होगा। इसके लिए शपथ पत्र देना अनिवार्य किया गया है, जिसमें यह जानकारी देनी होगी कि साइकिल, पोशाक और छात्रवृत्ति की राशि कहां खर्च की गई है। शिक्षा विभाग इस राशि का डेटा अपडेट करेगा और इसका उपयोग किस मद में किया गया, इसका अलग-अलग रिकॉर्ड भी रखा जाएगा। इस कदम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को मिलने वाले लाभों के दुरुपयोग को रोकना और उनकी शिक्षा को बेहतर बनाना है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि जो राशि उन्हें दी जा रही है, वह सही स्थान पर खर्च हो रही है और उनके शैक्षणिक विकास में मदद कर रही है। इस प्रकार, यह नया निर्देश छात्रों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उनकी शिक्षा और विकास को सुनिश्चित करेगा।
