बिहार विधानसभा में विपक्ष का प्रस्ताव औंधे मुंह गिरा : सत्ता पक्ष के कम लोग देख तेजस्वी ने की वोटिंग की मांग तो स्पीकर ने घंटी बजाकर बुलाया

पटना। बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन था। विधानसभा में बुधवार को एक विधेयक पर वोटिंग की नौबत आ गई। विधेयक पर वोटिंग के दौरान एक वक्त ऐसा लग रहा था कि विपक्ष को जीत मिल सकती है, हालांकि अंतिम वक्त में सत्ता पक्ष संभला और वोटिंग में सदस्यों की संख्या ज्यादा हो गई। इस तरह विपक्ष का प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया और सत्ता पक्ष का विधेयक यथावत रह गया।
हुआ क्या था
बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय विधेयक 2021 पर विपक्ष की ओर से प्रस्ताव लाया गया, जिसमें कहा गया कि कुलाधिपति राज्यपाल को बनाया जाए। सत्ता पक्ष की ओर के प्रस्ताव में मुख्यमंत्री के कुलाधिपति बनने की बात है। इस पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वोटिंग की मांग कर दी। इस दौरान सदन के अंदर सीएम और डिप्टी सीएम भी मौजूद नहीं थे। विधानसभा में सदस्यों की संख्या कम दिख रही थी तो विपक्ष को ऐसा लगा की जीत उसकी निश्चित है। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने विधायकों को बुलाने के लिए लगातार कई बार घंटी बजाई। घंटी की आवाज सुन सत्ता पक्ष के कई विधायक अंदर आ गए। इसके बाद विधायकों की गिनती की गई। इसमें प्रस्ताव के पक्ष में 89 और विपक्ष में 110 वोट मिले। इस दौरान एआईएमआईएम के विधायकों ने ऐन वक्त पर तेजस्वी का साथ नहीं दिया। घंटी बजते ही वे बाहर निकल गए। वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। अब बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय विधेयक 2021 के मुताबिक सीएम ही कुलाधिपति होंगे।


भाई बीरेंद्र से भिड़े भाजपा विधायक
वोटिंग के बाद विधानसभा में भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह और राजद विधायक भाई बीरेंद्र के बीच कहासुनी हो गई। राजद विधायक भाई बीरेंद्र विपक्षी सदस्यों की गिनती को गलत बता रहे थे। कह रहे थे- विपक्ष के सदन में मौजूद सदस्यों की संख्या को कम गिना गया। भाई बीरेंद्र के बयान का तेजस्वी यादव ने समर्थन किया और जांच कराने की मांग विधानसभा अध्यक्ष से की। इस पर भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने भाई बीरेंद्र की मानसिक जांच कराने का सुझाव दिया। फिर भाई बीरेंद्र की ओर से टिप्पणी की गई, तो विधानसभा अध्यक्ष ने कहा- आप दोनों पड़ोसी हैं और एक-दूसरे के प्रिय हैं। क्या भाई बीरेंद्र ने आपको मनेर का लड्डू नहीं खिलाया है?
तीन विधेयक हुए पारित
विधानमंडल के मानसून सत्र का बुधवार को तीसरा दिन है। आज की कार्रवाई में अभी तक तीन विधेयक पारित हुए हैं बिहार माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2021, बिहार राजकोषीय उत्तरदायित्व एंव बजट प्रबंधन (संशोधन) विधेयक 2021 और बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय विधेयक 2021।
सत्र के दूसरे दिन तीन विधेयक हुए थे पारित
विधानमंडल के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विपक्ष की गैर मौजूदगी में ही विधानसभा से तीन विधेयक पारित किए गए थे। आर्य भट्ट ज्ञान विवि संशोधन विधेयक- 2021 और बिहार खेल विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक को मंजूरी मिली थी। इसके अलावा बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक 2021 को भी मंजूरी मिल गई थी।

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