PATNA : पारस हॉस्पिटल में तीन वर्षीय बच्ची का 12 घंटा चला आपरेशन, अपंगता से मिली निजात

पटना। पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में एक तीन वर्षीय बच्ची का लगातार 12 घंटा आॅपरेशन चला। रीढ़ की हड्डी में एल वन तथा एल टू लेवल पर टेढ़ापन के चलते नस के दबने से बच्ची चलने में लाचार थी। आपरेशन कर उसकी नस पर से दबाव हटाया गया। अब उसके पैरों में धीरे-धीरे शक्ति आने लगी है।
आपरेशन करनेवाले अस्पताल के रीढ़ के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. गौतम आर. प्रसाद ने बताया कि उसका हाथ ठीक काम कर रहा है। दिमाग भी विकसित था, पर पैरों में कमजोरी थी। नस दबे होने की वजह से पेशाब तथा पैखाना पर भी नियंत्रण नहीं रख पाती थी तथा बूंद-बूंद करके पेशाब होता रहता था। इस बीमारी को अनुवांशिक काइपोसिस कहा जाता है। लखनऊ तथा पटना में कई जगह इलाज कराने के बाद जब उसे यहां लाया गया तो उसके रीढ़ का एक्स-रे, सिटी स्कैन तथा एमआरआई कराया गया। जांच के बाद पता चला कि रीढ़ की हड्डी उसकी नस को दबा रही है। उसका वजन भी मात्र 10 किलोग्राम ही था।

डॉ. गौतम ने बताया कि दरअसल रीढ़ की हड्डी के एल वन तथा एल टू लेवल पर टेढ़ापन आ जाने से नस दब रही थी। इसलिए हमने टेढ़ी हड्डी को हटाकर स्क्रू केज लगाया, जिससे नस दबाव से मुक्त हो गया। उन्होंने कहा कि अब वह धीरे-धीरे ठीक हो रही है। बच्ची का सफल आॅपरेशन होने पर उसकी मां जयंती देवी ने डॉक्टर गौतम और अस्पताल को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वो अपनी बेटी को लेकर काफी परेशान रहती थी। अब उनकी बेटी को अपंगता से निजात मिल सकेगा।