पटना में अपराधियों ने दिनदहाड़े की फायरिंग, 20 लाख की मांगी रंगदारी, मामला दर्ज
पटना। बिहार की राजधानी पटना के ग्रामीण इलाकों में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला जिले के बाढ़ अनुमंडल अंतर्गत पंडारक थाना क्षेत्र के सरहन गांव का है, जहां दिनदहाड़े फायरिंग और रंगदारी की मांग ने इलाके में सनसनी फैला दी है। घटना से ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों का माहौल है।
जमीनी विवाद बना हिंसा का कारण
पंडारक थाना क्षेत्र के सरहन गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच टकराव इस कदर बढ़ गया कि रविवार की शाम को दर्जनों राउंड फायरिंग की घटना सामने आई। फायरिंग की आवाज से गांव में दहशत फैल गई। इस घटना में एक पक्ष के व्यक्ति रवि रंजन कुमार ने पंडारक थाना में लिखित आवेदन देकर पूरे मामले की जानकारी दी। रवि रंजन बाढ़ अनुमंडल के बिचली मलाही गांव के रहने वाले हैं। रवि रंजन का कहना है कि उन्होंने फोर लेन सड़क के पास की सवा बीघा जमीन का एग्रीमेंट करवाया है और वे उस जमीन पर कार्य करना चाहते हैं। लेकिन जैसे ही वे वहां जाते हैं, तो अजय सिंह, रंजय सिंह समेत कई लोग हथियारों से लैस होकर फायरिंग करने लगते हैं और उन्हें भगा देते हैं।
20 लाख की रंगदारी की मांग
रवि रंजन के अनुसार, केवल जमीन पर काम करने देने के एवज में आरोपितों द्वारा 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी जा रही है। यह आरोप बेहद गंभीर है और यह दिखाता है कि पटना जिले के ग्रामीण इलाकों में रंगदारी वसूली और खुलेआम दबंगई की घटनाएं किस तरह आम होती जा रही हैं। रवि रंजन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए न केवल थाना में आवेदन दिया, बल्कि उन्होंने बाढ़ अनुमंडल के एएसपी राकेश कुमार से मिलकर सुरक्षा की भी गुहार लगाई है।
एएसपी ने दिया जांच और कार्रवाई का आश्वासन
बाढ़ एएसपी राकेश कुमार ने पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मामला भूमि विवाद से जुड़ा हुआ है और पीड़ित द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पहले भी इस मामले में पंडारक थाना में कांड संख्या 78/24 के तहत मामला दर्ज किया गया था, जो यह दर्शाता है कि विवाद पहले से चला आ रहा है और अब उसने एक हिंसक रूप ले लिया है। एएसपी ने भरोसा दिलाया है कि कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और मामले में निष्पक्ष जांच के आधार पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीण इलाकों में बढ़ता अपराध: पुलिस पर सवाल
सरहन गांव में हुई इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण पटना में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जमीनी विवादों को लेकर लगातार मारपीट, गोलीबारी और रंगदारी की घटनाएं सामने आ रही हैं। यह स्थिति बताती है कि कहीं न कहीं स्थानीय प्रशासन और पुलिस की पकड़ कमजोर हो रही है या फिर दबंगों के हौसले कानून से ऊपर हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक ऐसे मामलों में त्वरित और कड़ी कार्रवाई नहीं होगी, तब तक अपराधियों का मनोबल और बढ़ेगा। गांवों में आम लोग डर के साये में जीने को मजबूर हो जाएंगे।
जरूरत है त्वरित और सख्त कार्रवाई की
सरहन गांव की घटना एक चेतावनी है कि अब कानून व्यवस्था को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। ऐसे मामलों में यदि प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की होती और पहले से दर्ज मामलों में कठोर रुख अपनाया होता, तो शायद हालात इतने बिगड़ते नहीं। अब देखना यह होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और पीड़ित को न्याय दिलाने में कितनी तत्परता दिखाता है। इस घटना से सबक लेते हुए प्रशासन को ग्रामीण क्षेत्रों में कानून व्यवस्था मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि आम लोग सुरक्षित महसूस कर सकें।


