दरभंगा में कुख्यात अपराधी से नेता बने काजल यादव की गोली मारकर हत्या, गैंगवार से इलाके में हडकंप
दरभंगा, बिहार। दरभंगा के कुख्यात काजल यादव उर्फ कंपनी की नदी के किनारे गोली मारकर की गई हत्या से कुशेश्वरस्थान के दियारा क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वही घटना आशंका व्यक्त की जा रही है कि दियारा क्षेत्र में अपराधियों की गितिविधि बढ़ सकती है। दरभंगा एवं सहरसा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में बार-बार हो रही गोलीबारी की घटना से यह क्षेत्र आपराधिक जोन बनता जा रहा है। अज्ञात अपराधियों की गोली से काजल की हुई हत्या के बाद गांवों में जहां लोग मौन हो गए हैं वहीं उनको आपराधिक वारदात बढ़ने की आशंका सताने लगी है। बताया जा रहा है कि काजल दो दशकों तक अपराध की दुनिया में संलिप्त था। लेकिन पिछले करीब छह वर्षों से आपराधिक गतिविधियों को छोड़ कर सामाजिक जीवन जीना चाह रहा था। यही कारण है कि कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र में रहते हुए उसके खिलाफ यहां कोई भी अपराधिक वारदात का मामला पुलिस तक नहीं आया।
बताया जा रहा हैं की काजल यादव की पत्नी सरस्वती देवी दो बार से उप प्रमुख है। पंचायत आम चुनाव 2016 में पंचायत समिति पद से चुनाव जीतकर महिषी प्रखंड की उप प्रमुख बनी। पुन: 2021 के पंचायत आम चुनाव में पंचायत समिति पद से जीतकर निर्विरोध उप प्रमुख बनी। यही कारण है कि काजल राजनीतिक जीवन में धीरे-धीरे सक्रिय हो रहा था। जानकारी के मुताबिक, काजल के पिता सत्तो यादव (पहलवान) की भी अपराधियों ने नवंबर 2019 में गोली मार हत्या कर दी थी। दो साल बाद काजल की हत्या से ग्रामीणों में दहशत कायम हो गयी है। वही तिलकेश्वर ओपी के बुढ़िया सुकराती गांव में मंगलवार को कुख्यात अपराधी काजल यादव उर्फ कंपनी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। सूचना मिलते ही ओपी प्रभारी अजीत कुमार मौके पर पहुंचे।उन्होंने काजल की हत्या की पुष्टि करते हुए कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, काजल यादव सहरसा जिले के महिषी प्रखंड के कनरिया ओपी के धनौजा गांव का रहने वाला था। वह बुढ़िया सुकराती गांव में अस्थायी रूप से रह रहा था। मंगलवार दोपहर किसी के बुलावे पर वह गांव के बगल में स्थित नदी किनारे पहुंचा। इस बीच, वहां मक्के के खेत में छिपे अज्ञात अपराधियों ने उस पर गोलीबारी शुरू कर दी। पेट में चार-पांच गोलियां लगने से वह बुरी तरह घायल होकर गिर पड़ा।जब तक गांव के लोग पहुंचते, उसकी मौत हो चुकी थी। काजल के खिलाफ सहरसा जिले के विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं।