ऑपरेशन सिंदूर पर नीतीश ने सेना का किया धन्यवाद, कहा- सेना के साहस और पराक्रम पर हमें गर्व, आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट

पटना। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इसके जवाब में भारतीय सेना ने एक सशक्त कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 बड़े आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। भारतीय वायुसेना ने मंगलवार की रात करीब 1:30 बजे यह एयरस्ट्राइक की, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के आतंकवादी अड्डों को सटीक तरीके से ध्वस्त किया गया। यह पूरा अभियान भारत की सीमा के भीतर रहते हुए अंजाम दिया गया, जिससे अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन भी किया गया और साथ ही देश की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन भी हुआ।
नीतीश कुमार की सराहना और संदेश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस साहसिक कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय सेना को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि “आतंकवाद के विरुद्ध पूरा देश एकजुट है और हमें भारतीय सेना के साहस और पराक्रम पर गर्व है।” मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की भी सराहना करते हुए कहा कि देश को उनके नेतृत्व पर अटूट विश्वास है और उन्होंने इस कठिन समय में जो निर्णय लिया, वह सराहनीय है। उन्होंने जय हिंद का नारा देते हुए राष्ट्र की एकता और संकल्प को दोहराया।
देशभर में एकजुटता और गर्व का माहौल
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर देश के हर कोने में एक जैसी भावनाएं देखने को मिलीं। आम जनता से लेकर तमाम राजनीतिक दलों और राज्यों के मुख्यमंत्रियों तक, सभी ने सेना की वीरता की प्रशंसा की। इस कार्रवाई ने यह संदेश दिया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ कोई भी नरमी नहीं बरतेगा और हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा।
राजनीति से ऊपर उठकर एकता का परिचय
नीतीश कुमार की टिप्पणी इस बात का उदाहरण है कि जब देश की सुरक्षा की बात आती है, तो राजनीतिक भिन्नताएं पीछे छूट जाती हैं और पूरा देश एक स्वर में अपनी सेना और नेतृत्व के साथ खड़ा होता है। यह एकता भारत की सबसे बड़ी ताकत है, जो हर संकट की घड़ी में सामने आती है। ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया न केवल भारतीय सेना के प्रति सम्मान प्रकट करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि देश की राजनीतिक और सामाजिक एकता अब आतंकवाद के खिलाफ एक संगठित शक्ति बन चुकी है। इस राष्ट्रीय भावना और सैन्य पराक्रम के संगम ने एक बार फिर भारत को एक मजबूत और आत्मविश्वासी राष्ट्र के रूप में स्थापित किया है।
