भुवनेश्वर में उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से नीतीश ने की मुलाकात, डिप्टी सीएम तेजस्वी और लल्लन सिंह भी रहे मौजूद
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को भुवनेश्वर में ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात की। दोनों की मुलाकात की तस्वीरें भी सामने आई हैं। तस्वीरों में नीतीश और पटनायक एक टेबल पर बैठकर बातचीत करते दिख रहे हैं। विपक्षी एकता को मजबूत करने के मुद्दों पर नीतीश और नवीन पटनायक के बीच बात हुई। मुख्यमंत्री के साथ जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और संजय झा भी भुवनेश्वर मौजूद हैं। हालांकि, ओडिशा के मुख्यमंत्री गठबंधन की राजनीति पर कभी विश्वास नहीं करते है। वे हमेशा अपना अलग स्टैंड लेने के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में नीतीश के लिए नवीन पटनायक को विपक्षी एकता के लिए मनाना टेढ़ी खीर है। वहीं, 13 मई को सीएम नीतीश मुंबई में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और NCP प्रमुख शरद पवार से मुलाकात कर सकते हैं। बीजेपी ओडिशा की प्रमुख विपक्षी पार्टी है। इसके बाद भी नवीन पटनायक के बीजेपी नेताओं खासकर पीएम नरेंद्र मोदी से अच्छे रिश्ते हैं। हालांकि, नीतीश कुमार भी नवीन पटनायक से अच्छे रिश्ते की बात कह चुके हैं। पिछले साल जब राष्ट्रपति पद के लिए बीजेपी ने ओडिशा से आने वाली आदिवासी समुदाय की महिला द्रोपदी मुर्मू के नाम की घोषणा की थी, तब नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खूब तारीफ की थी। ऐसे में नीतीश कुमार के लिए विपक्षी एकता में शामिल करना मुश्किल हो सकता है।
लगातार पांच बार से सीएम हैं नवीन पटनायक
नवीन पटनायक पूरे देश में अकेले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो अपने राज्य की भाषा उड़िया न तो बोल पाते हैं और न ही लिख सकते हैं। इसके बावजूद लोग उन्हें लगातार पांच बार जीता चुके हैं। वे हर बार पहले के मुकाबले अधिक वोटों से जीतते हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री पिछले कुछ समय में बीजेपी और कांग्रेस दोनों मुख्य राष्ट्रीय पार्टियों से बराबर की दूरी बनाकर अपनी राजनीति कर रहे हैं। भाजपा नवीन पटनायक पर चिटफंड घोटाले से लेकर खनन घोटाले के आरोपियों को बचाने का आरोप लगाती रही है, लेकिन ओडिशा की जनता के बीच आज भी उनकी छवि साफ मानी जाती है। यही वजह है कि पिछले दो लोकसभा चुनाव में जब देश के कई हिस्सों में जनता ने नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट दिया था, उस वक्त भी ओडिशा की जनता ने नवीन पटनायक को ऊपर रखा था।
भाजपा के साथ शुरू हुई नवीन पटनायक की राजनीति
भाजपा और बीजू जनता दल ने 2000 से 2009 तक ओडिशा में गठबंधन सरकार चलाई, लेकिन पटनायक को बाद में लगने लगा कि सत्ता के लिए बीजेपी काफी घातक है और यह गठबंधन बीजेडी को एक दिन साइड कर देगी। सीट शेयरिंग के मुद्दे पर दोनों का गठबंधन टूट गया और दोनों की राहें जुदा-जुदा हो गईं। मोदी युग मे अब बीजेडी खुद को मुश्किल परिस्थिति में देख रही है, क्योंकि भाजपा राज्य में सबसे बड़ी कंपटीटर बन रही है।
मुंबई भी जाएंगे नीतीश
नवीन पटनायक से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मिलने महाराष्ट्र भी जा सकते हैं। दोनों नेताओं से उनकी मुबंई में मुलाकात की बात कही जा रही है। संभवत 13 मई को सीएम मुंबई जाएंगे। इस संभावित मुलाकात से पहले बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर ने मुंबई में इन दोनों नेताओं से मुलाकात की थी। वहीं, नीतीश कुमार इससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल और लेफ्ट के कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं।